कासगंज

कासगंज पुलिस लाइन में चल रही पुलिस भर्ती 17 अभ्यर्थियों की जांच के बाद सात के प्रमाणपत्र मिले फर्जी

लिए सात अभ्यार्थियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित बनकर फर्जी प्रमाण पत्र दाखिल किए

कासगंज पुलिस लाइन में चल रही पुलिस भर्ती  17 अभ्यार्थियों  के प्रमाणपत्रों की जांच के उपरांत भर्ती बोर्ड के लिए सात अभ्यार्थियों ने  स्वतंत्रता  संग्राम सेनानी के आश्रित बनकर फर्जी प्रमाण पत्र दाखिल किए थे। सभी के खिलाफ सोरों  कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह सभी फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी हासिल करने वाले अभ्यर्थी अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं।शुक्रवार को रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। अभ्यर्थियों के फिटनेस टेस्ट से चल रहे थे। लखनऊ से आई बोर्ड की टीम अभिलेख चेक कर रही थी। बोर्ड टीम को  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित अभ्यर्थी रविन्द्र कुमार पुत्र चिरंजी लाल निवासी ग्राम ग्वालरा, अलीगढ़ के संबंध में प्रमाण पत्र फर्जी होने की सूचना मिली थी। जांच में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रमाण पत्र फर्जी निकला। इस आधार पर 30 व 31 जनवरी तक 17 स्वतंत्रता संग्राम के आश्रित अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र को संबंधित जिलों से व्हाट्सएप के जरिए भेजकर जांच कराई गई थी। 17 अभ्यार्थियों  को जांच के दायरों में रखा गया। जिनमें से सात के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। एसपी अंकित शर्मा ने बताया कि इनके खिलाफ सोरों कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

अलीगढ़ के रहने वाले हैं, सातों अभ्यर्थी
फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यर्थियों में अर्पित कुमार  निवासी जलालपुर, तहसील पिसावा, सौरभ सिंह निवासी भमरोला, थाना व तहसील खैर, हरिप्रकाश निवासी सुबकरा मधुपुर, सत्येंद्र चौधरी  निवासी गौरई, तहसील इगलास, रिंकू सिंह  निवासी मालव, तहसील टप्पल, मोहित चौधरी  निवासी बिसरा थाना व तहसील गभाना। रविंद्र कुमार निवासी ग्वालरा, तहसील गभाना शामिल हैं। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हवालात में बंद हैं।

JNS News 24

Related Articles

error: Content is protected !!