राघव मिश्रा की पहली कथा अपने पिता के कुबेश्वर धाम पर होगी.
अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी अपने पुत्र राघव की यह पहली कथा का श्रवण करेंगे
कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा के बेटे राघव मिश्रा भी अब शिवमहापुराण कथा का वाचन करने जा रहे हैं. राघव मिश्रा की पहली कथा अपने पिता के कुबेश्वर धाम पर होगी. पांच दिवसीय कथा का श्रीगणेश मंगलवार (30 अप्रैल) से होने जा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी अपने पुत्र राघव की यह पहली कथा का श्रवण करेंगे. अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा विश्व में प्रसिद्ध हैं. वैसे तो अध्यात्मिक जगत से जुड़े बहुत से कथावाचक हैं, लेकिन कहा जाता है कि पंडित मिश्रा बहुत ही अद्भुत तरीके से शिव महापुराण कथा सुनाते हैं. उनकी शिव महापुराण कथा सुनने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ता और उस स्थान पर महाकुंभ सा नजारा नजर आता है. शिव महापुराण कथा करने वाले पंडित मिश्रा अपने पुत्र को भी कई बार कथा में साथ ले जाते हैं. इसलिए उनके पुत्र भजन गायक के साथ पवित्र ग्रन्थों का अध्ययन कर आध्यात्मिक ज्ञान को प्रखर हो गए हैं.
नारियल लगने से हो गए थे चोटिल
विठलेश सेवा समिति के प्रबंधक समीर शुक्ला ने बताया कि कुबेरेश्वरधाम पर नियमित रूप से हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु भव्य निर्माणाधीन शिवलिंग के दर्शन करने आते हैं. महादेव के दर्शन से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो रही हैं. बीते दिनों आष्टा में पंडित प्रदीप मिश्रा महादेव की होली में शामिल होने गए थे. चल समारोह के दौरान श्रद्धालु की भूलवश नारियल लगने से लंबे समय से उनका इलाज चल रहा है और विशेषज्ञ डॉक्टरों ने रेस्ट करने को किया था, जिससे वह रेस्ट कर रहे हैं. धाम पर कथा और धार्मिक गतिविधियों में उनके बेटे राघव मिश्रा के सानिध्य में मंगलवार से दोपहर 3.00 बजे से दो घंटे संगीतमय श्रीमहापुराण का आयोजन किया जाएगा.
श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था पूर्ण
कुबेरेश्वरधाम पर पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा अपने सुपुत्र को कथा की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. उनकी पहली कथा का श्रवण करने के लिए पंडित मिश्रा भी आएंगे. इसके लिए विठलेश सेवा समिति ने श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की है. इसके अलावा आगामी 15 मई से रुद्राक्ष वितरण का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए टेंट सिटी में धाम पर तैयारियां की जा रही हैं. धाम पर आधुनिक रसोई का निर्माण किया गया है, जिसमें मात्र कुछ घंटों में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को भोजन प्रदान किया जाता है. पंडित प्रदीप मिश्रा आगामी छह मई से महाराष्ट्र के परतवाड़ा जिला अमरावती महाराष्ट्र में कथा करने के लिए रवाना होंगे.