राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (रम्पुटा) के तत्वाधान में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय
अलीगढ़ से संबद्ध सभी अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों ने कुलपति प्रो. चंद्रशेखर की हठधर्मिता
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (रम्पुटा) के तत्वाधान में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ से संबद्ध सभी अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों ने कुलपति प्रो. चंद्रशेखर की हठधर्मिता एवं निरंकुश कार्यशैली के विरुद्ध चल रहे क्रमिक आंदोलन के क्रम में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के सिविल लाइन स्थित कैंप कार्यालय पर सांकेतिक धरना दिया
जिसमें लगभग 150 शिक्षकों ने भाग लिया। रम्पुटा अध्यक्ष प्रो. हरीश शर्मा ने बताया कि माननीय कुलपति की हठधर्मिता तथा तानाशाही पूर्ण रवैये के कारण धर्म समाज महाविद्यालय तथा श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय अलीगढ़ के लगभग 80 शिक्षकों के विभिन्न प्रस्तरों के पदोन्नति हेतु विषय विशेषज्ञ नामित नहीं किए गए हैं ,धर्म समाज महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार के डिबार को निरस्त नहीं किया गया है और शिक्षकों के लिए 05 जनवरी 2024 तक अन्य विश्वविद्यालयों की भांति शीतकालीन अवकाश अथवा सेमेस्टर अंतराल का अवकाश नहीं किया गया है। धरने मे उपस्थित सभी शिक्षक साथियों द्वारा एक मत होकर यह निर्णय लिया गया कि कल रविवार से विश्वविद्यालय से संबद्धित सभी अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षक असहयोग की रणनीति अपनायेंगे तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के सभी कार्यों जैसे पेपर सेटिंग, मॉडरेशन, प्रायोगिक परीक्षा व विश्वविद्यालयी परीक्षाओं इत्यादि का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व औटा अध्यक्ष डॉ रक्षपाल सिंह एवं डॉ ओमवीर सिंह, डॉ सौरभ सेंगर, डॉ राम अवध, हरेंद्र कुमार,डॉ भावना, डॉ शरद चौहान, डॉ पंकज चौधरी, डॉ संजीव कुमार, डॉ रेखा, डॉ चितरंजन भारती, डॉ फहद अली, डॉ योगेश कुमार, डॉ गौरव कुमार,डॉ मनोज कुमार,डॉ मृदुल,डॉ नंदगोपाल, डॉ अवनीश, डॉ विशाल, डॉ अजय कुमार, डॉ धर्मेंद्र , डॉ वीना, डॉ अंजुल, डॉ सुनीता, डॉ नीरू, प्रो.शांति स्वरूप ,डॉ. अमित कुमार ,डॉ अजय कुशवाहा, डॉ सचिन सिंदूरिया ,डॉ उमेश कुमार, डॉ सीमा आनंद, डॉ खुर्सीद आलम, डॉ योगेश कुमार, डॉ अनिल कुमार वार्ष्णेय, डॉ पुष्पेंद्र यादव,प्रो. प्रतिभा शर्मा , डॉ. सुयश कुमार, डॉ तन्वी, डॉ महीप कुमार ,डॉ नीरू वार्ष्णेय, डॉ रजनी, डॉ तनु वार्ष्णेय, डॉ सत्येंद्र कुमार, डॉ प्रतिक्षा, डॉ उमेश चंद्र,डॉ ईश्वर गुप्ता, डॉ रामनिवास,डॉ पवन भारती, हर्ष त्रिपाठी, डॉ पुष्पेंद्र आदि शिक्षक मौजूद रहे।