राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने मंडी समिति बाजरा खरीद केंद्र का जाना हाल, बोले राज्य सभा सांसद इंग्लैंड से और मंगा लीजिए बाजरा कम पड़ रहा है तो
हाथरस। सादाबाद ब्लॉक में किसानों को आर्थिक मजबूती देने के उद्देश्य से सरकार ने बाजरा का न्यूनतम खरीद मूल्य 2775 रुपए निर्धारित किया था

हाथरस। सादाबाद ब्लॉक में किसानों को आर्थिक मजबूती देने के उद्देश्य से सरकार ने बाजरा का न्यूनतम खरीद मूल्य 2775 रुपए निर्धारित किया था। मंडी समिति में बने क्रय केंद्रों पर किसानों का बाजरा खरीदा भी जा रहा है। गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन बाजरा क्रय केंद्र का हाल-चाल लेने के लिए पहुंचे। राज्यसभा सांसद का काफिला मंडी में प्रवेश करते ही मंडी कर्मचारी, अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
सपा नेता ने किसानों से बातचीत की तो पता चला कि कई दिनों से वह बाजरा लेकर केंद्र के बाहर खड़े हुए हैं। पंजीकरण होने और टोकन प्राप्त होने के बाद भी उनका बाजरा नहीं खरीदा जा रहा है। पूछताछ में पता चला कि केंद्र प्रभारी मौजूद नहीं है। मंडी समिति में मौजूद कर्मचारियों ने राज्यसभा सांसद की बात केंद्र प्रभारी से दूरभाष के माध्यम से कराई। केंद्र प्रभारी को आड़े हाथ लेते हुए रामजीलाल सुमन ने कहा कि करीब दो दर्जन ट्रैक्टर ट्रालियां आपके क्रय केंद्र पर खड़ी हुई है। भरतपुर का बाजार आपके केंद्र पर खरीदा जा रहा है जबकि आप सादाबाद का बाजरा खरीद नहीं पा रहे हैं। अगर ऐसा ही है तो इंग्लैंड से और बाजरा मंगा लीजिए। केंद्र प्रभारी जब कोई माकूल जवाब नहीं दे सके तो उन्होंने शीर्ष अधिकारियों से बात की और व्यवस्था में सुधार और टोकन प्राप्त करने वाले किसानों का बाजरा खरीदने के निर्देश दिए।
सुमन ने अधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर आपका टारगेट पूरा हो गया था तो आपको किसानों का पंजीकरण नहीं करना चाहिए था। यह जानकारी सार्वजनिक करने की जरूरत थी और क्रय केंद्र का हाल देखकर ऐसा लगता है कि आप बिचौलियों से मिले हुए हो। चलते-चलते मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने बाजार का समर्थन मूल्य तो घोषित कर दिया लेकिन क्रय केंद्रों पर किसानों की लूट हो रही है, उनका शोषण किया जा रहा है। व्यापारियों का बाजरा पहले खरीदा जा रहा है और किसान अपना बाजरा लेकर क्रय केंद्रों पर खड़े हुए हैं। किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
हाथरस से मनोज शर्मा की रिपोर्ट



