सदन में 20 साल के अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा ‘‘20 साल जीवन का बहुत लंबा समय रहता है.
आगामी 15 फरवरी तक नामांकन होगा. हालांकि बीजेपी और सपा के ओर से अभी तक उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं हो पाया
फिल्म अभिनेत्री और समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने बात-बात पर गुस्सा होने की अपनी आदत के बारे में सफाई देते हुए कहा कि जो बात गलत होती है, उसे वह सह नहीं पाती हैं और बोल देती हैं. राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने जा रहीं समाजवादी पार्टी की जया बच्चन ने बृहस्पतिवार को यह बात उच्च सदन में कही. उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई उनके शब्दों से आहत हुआ हो तो वह क्षमा चाहती हैं.उच्च सदन में जिन 68 सदस्यों का कार्यकाल फरवरी से अप्रैल के दौरान पूर्ण होने जा रहा है उनमें जया बच्चन भी शामिल हैं. उन्होंने सदन में 20 साल के अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा ‘‘20 साल जीवन का बहुत लंबा समय रहता है. मुझे कई खट्टे मीठे अनुभव हुए. सबसे अच्छा अनुभव यह रहा कि मेरा परिवार बहुत बड़ा हो गया.’’
मेरा स्वभाव ही ऐसा है- जया बच्चन
जया ने कहा ‘‘मुझसे सहयोगी अक्सर पूछते हैं कि मैं इतना गुस्सा क्यों हो जाती हूं. मैं क्या करूं, मेरा स्वभाव ही ऐसा है. जो बात मुझे गलत लगती है, उसे मैं नहीं सह पाती, बोल देती हूं. अगर मेरे शब्दों से कोई आहत हुआ है तो मैं क्षमा मांगती हूं.’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं कामना करती हूं कि यह सदन सदा समृद्ध होता रहे और यहां आने वाले विशेषज्ञों के अनुभवों से लाभान्वित होता रहे.’’गौरतलब है कि राज्यसभा के 56 सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. उत्तर प्रदेश के दस सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. इसमें सपा के तीन सांसद हैं. इन्हीं तीन सांसदों में जया बच्चन भी शामिल हैं. अब राज्यसभा चुनाव के नामांकन शुरू हो चुका है, आगामी 15 फरवरी तक नामांकन होगा. हालांकि बीजेपी और सपा के ओर से अभी तक उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं हो पाया है. ऐसे में स्पष्ट नहीं हो सकता है कि जया बच्चन फिर राज्यसभा जाएंगी या नहीं.