तालानगरी क्षेत्र में निजी क्षेत्र के चिकित्सालय के ईएसआई से सम्बद्धीकरण के संबंध में मांगी रिपोर्ट
जीबीसी के उपरांत निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार की समीक्षा

अलीगढ़: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के उपरांत ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए तैयार निवेश प्रस्तावों को धरातल पर क्रियान्वित किया जाना है। शासन द्वारा निवेश प्रस्तावों के सफल क्रियान्वय के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही विभागीय नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। वाणिज्यिक रूप से उत्पादनरत एमओयू की संख्या के आधार पर जिलों एवं मण्डल की रैंकिंग की जा रही है। ऐसे में नोडल अधिकारी अपने विभाग से संबंधित निवेशकों से वन-टू-वन वार्ता एवं मुलाकात कर लम्बित प्रस्तावों पर इकाई स्थापना कराते हुए संचालित कराना सुनिश्चित करें ताकि मण्डल में रोजगार के अधिक अवसर सृजन हो सकें और मण्डल की ग्रेडिंग में भी सुधार हो सके।उक्त उद्गार आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ संगीता सिंह ने कमिश्नरी सभागार में व्यक्त किए, वह उद्योग बन्धुओं की मण्डलीय बैठक की समीक्षा कर रही थीं उन्होंने कहा कि मण्डल में रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजन करना शासन की प्राथमिकता में शामिल है। समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ तालानगरी में ईएसआई डिस्पेंसरी खोलने का प्रस्ताव निदेशक राज्य कर्मचारी बीमा निगम को भेजा गया है। इस पर मण्डलायुक्त ने ब्रांच मैनेजर ईएसआई हॉस्पीटल अलीगढ़ को निर्देशित किया कि वह तालानगरी क्षेत्र में संचालित किसी हॉस्पीटल को ईएसआई से सम्बद्धीकरण किए जाने के संबंध में विस्तृत जानकारी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। तालानगरी स्थित मै0 वैश्यसन इण्टरप्राइजेज के स्टाम्प ड्यूटी रिफण्ड के प्रकरण में उद्योग निदेशालय कानपुर को मण्डलायुक्त स्तर से पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही उद्यमियों द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत प्रदत्त सुविधाओं का लाभ औद्योगिक क्षेत्रों में भी दिए जाने का अनुरोध किया गया,जिस पर मण्डलायुक्त ने इसके विषय में स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में विचार-विमर्श करने का आश्वासन दिया गया।ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन की समीक्षा में संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेन्द्र कुमार ने बतायाकि रेडी फॉर जीबीसी के अलीगढ़ में 275 निवेश प्रस्तावों के सापेक्ष 7601.12 करोड़ के 203 प्रस्ताव उत्पादनरत हैं। इसी प्रकार एटा में 75 निवेश प्रस्तावों के सापेक्ष 2138.96 के 53 प्रस्ताव, हाथरस में 85 निवेश प्रस्तावों के सापेक्ष 326.71 करोड़ के 35 प्रस्ताव एवं कासगंज में 29 के सापेक्ष 143.27 करोड़ के 12 प्रस्ताव सहित मण्डल में 464 के निवेश प्रस्तावों के सापेक्ष 10210.06 करोड़ के 303 प्रस्ताव उत्पादनरत की श्रेणी में हैं। मण्डलायुक्त ने लम्बित निवेश प्रस्तावों की विभागवार समीक्षा करते हुए नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह 15 फरवरी तक व्यक्तिगत प्रयास करते हुए निवेशकों को प्रोत्साहित कर सभी रूकावटों को दूर कर ईकाई स्थापना कराएं। उन्होंने कहा कि जिन नए निवेशकों के एमओयू नहीं हुए हैं और वह अपनी इकाई स्थापना करना चाहते हैं तो उनकी भी हरसंभव मदद की जाएनिवेश मित्र पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की समीक्षा में 27 जनवरी तक 755 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें 547 पर स्वीकृति और 15 अस्वीकृत किए गए। 163 आवेदन पत्र समय सीमा के भीतर निस्तारण के लिए लंबित रहे जिनके निस्तारण के निर्देश दिए गए। मण्डल में कोई भी प्रकरण समय सीमा के उपरांत अनुमोदित, निरस्त एवं लंबित नहीं पाया गया। विभाग द्वारा संचालित रोजगार योजनाओं की प्रगति समीक्षा में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में 675 करोड़ के 347 के लक्ष्य के सापेक्ष 1721.24 करोड़ के 688 आवेदन पत्रों का प्रेषण किया गया। विभिन्न बैंक द्वारा 610.30 करोड़ के 214 आवेदन पत्र पर स्वीकृति और 537.53 करोड़ के 187 आवेदन पत्रों पर लोन वितरित किया गया। इसी प्रकार से एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना में 651 करोड़ के 217 के भौतिक लक्ष्य के सापेक्ष 1212.58 करोड़ के 209 आवेदन पत्र प्रेषित किए गए, जिसके सापेक्ष 722.64 करोड़ के 117 आवेदन पत्रों पर स्वीकृति और 669.66 करोड़ के 102 आवेदन पत्रों पर ऋण वितरण किया गया इस अवसर पर उद्यमी चन्द्र शेखर शर्मा, लल्लू सिंह, प्रेम विहारी वैश्य, नीरज अग्रवाल, गौरव मित्तल, दिनेश चन्द्र वार्ष्णेय समेत मण्डलीय विभागीय अधिकारी एवं उद्यमी उपस्थित रहे।