अलीगढ़

एडीएम की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, दुर्घटनाओं की रोकथाम पर जोर

9 ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य जारी, सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान तेज़

अलीगढ़ 30 अगस्त 2025 (सू0वि0): सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से अपर जिलाधिकारी नगर अमित कुमार भट्ट की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, यातायात नियमों के पालन, स्कूल-कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और चिन्हित दुर्घटनाजन्य ब्लैक स्पॉट्स को दुरुस्त कराने, सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा, ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आमजन की सहभागिता से ही संभव है।बैठक में बताया गया कि जिले में चिन्हित 9 ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य किए जा रहे हैं। ट्रॉमा सेंटर को जिला अस्पताल से जोड़ा गया है और 108 एंबुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध है। जनवरी 2024 से जुलाई 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा प्रस्तुत की गई, जिसमें दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। वर्ष 2024 में 547 एवं वर्ष 2025 जुलाई तक में 676 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। मृतकों की संख्या कम करने के लिए विभागों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए। सारसौल चौराहे को अस्थाई बैरियर लगाकर लैफ्ट फ्री करते हुए यातायात पुलिस की भी ड्यूटी लगाई जा रही है। एडीएम ने एआरएम को निर्देशित किया कि बसों को सड़क पर खड़ा करके यात्रियों को चढ़ाया-उतारा न जाए, इससे जाम की समस्या बनती है। बौनेर तिराहे पर ड्यूटी लगाते हुए बसों का निर्धारित रूट से ही शहर में प्रवेश दिलाया जाए। एनएचएआई को निर्देशित किया गया कि अवैध कट को बंद किया जाए। यातायात पुलिस द्वारा निरंतर चैकिंग एवं चालान की कार्रवाई, नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने और निर्माण विभाग द्वारा सड़क किनारे बैरिकेडिंग व डाइवर्जन बनाने की कार्यवाही की गई। स्कूलों, कॉलेजों एवं सार्वजनिक स्थलों पर सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में आमजन से यातायात नियमों का पालन करने और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील की गईविद्यालय परिवहन यान सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न, बच्चों की सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता

 

अलीगढ़ 30 अगस्त 2025 (सू0वि0): अपर जिलाधिकारी नगर अमित कुमार भट्ट की अध्यक्षता में जिला विद्यालय परिवहन यान सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में विद्यालयी बच्चों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए स्कूली बसों व वैनों की फिटनेस, चालक की पात्रता और वाहनों में अनिवार्य सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई।एडीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विद्यालय परिवहन यानों का फिटनेस प्रमाणपत्र एवं पंजीकरण वैध होना चाहिए। वाहन चालकों के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ न्यूनतम 05 वर्ष का अनुभव और चरित्र सत्यापन होना अनिवार्य है। प्रत्येक वाहन में स्पीड गवर्नर, फायर-एक्सटिंग्विशर, फर्स्ट-एड बॉक्स, जीपीएस व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। वाहनों में विद्यालय का नाम, पंजीकरण संख्या और चालक का मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए।उन्होंने कहा कि किसी भी वाहन में निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाना पूर्णतया वर्जित होगा एवं हर वाहन में बच्चों की सुरक्षा के लिए एक परिचालक, अटेन्डेंट की नियुक्ति की जाए। बच्चों को सुरक्षित चढ़ाने-उतारने के लिए विद्यालय परिसर में चिन्हित स्थान का ही उपयोग किया जाए। एआरटीओ प्रवेश कुमार ने बताया कि जिले में 1082 स्कूली वाहन हैं, जिनमें से 873 वाहनों की ही फिटनेस वैध है जबकि 209 वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि फिटनेस समाप्त 209 वाहनों में से 29 वाहन

JNS News 24

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