सादाबाद पुलिस ने महिला के शव की शिनाख्त कर हत्या की घटना का मात्र 48 घंटे के अंदर किया सफल अनावरण
घटना में शामिल तीन अभियुक्तगणों एक अभियुक्ता को किया गिरफ्तार व निशादेही से आलाकत्ल की बरामदगी

हाथरस। दस अगस्त को थाना क्षेत्र सादाबाद ग्राम बहरदोई के खेतो के पास से जा रहे रजवाहे (बम्बा) में एक महिला का शव क्षत विक्षत हालत में मिला था । उक्त सूचना पर तत्काल थाना सादाबाद पुलिस द्वारा मौके पर पहुँचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर फील्ड यूनिट/फॉरेन्सिक टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा अज्ञात शव की शिनाख्त कर घटना के सफल अनावरण हेतु पांच टीमों का गठन किया गया था । जिसमें एक टीम जनपद अलीगढ, एक टीम जनपद एटा, एक टीम जनपद मथुरा, एक टीम जनपद आगरा रवाना की गयी तथा एक टीम को मैनुअल एंव टैक्नीकल इनपुट हेतु तैनात किया गया था । उक्त टीमो द्वारा लगातार शव के शिनाख्त हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे थे ।
पुलिस द्वारा तलाश गश्ती तैयार कर अज्ञात महिला के शव कि शिनाख्त हेतु अलग अलग जनपदों में टीमें घटनास्थल से प्राप्त फोटोग्राफ्स एंव मृतका के पहने कपडो के फोटोग्राफ्स को लेकर सार्वजनिक स्थानो रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, टैम्पो स्टैण्ड, कोचिंग सैन्टर, कम्प्यूटर क्लासेस एंव अन्य संस्थानों पर सक्रिय हुई तथा सी-प्लान एप्प, सीसीटीवी फुटेज एंव प्रधानों के ग्राम वार बने वाट्सएप्प ग्रुप एंव अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फोटोग्राफ्स को शेयर किया गया जिसके क्रम में अलीगढ टीम को एक सूचना प्राप्त हुई कि एक लडकी आठ अगस्त 08.08.2025 से थाना क्षेत्र अकराबाद से गायब है जिसकी कोई गुमशुदगी की सूचना कहीं पर दर्ज नही हुई थी, जिसको तस्दीक करने हेतु टीम ग्राम अधौना थाना अकराबाद पहुंची तो वहाँ पर लोगो को फोटोग्राफ्स एंव पम्पलेट दिखाये गये तो लोगो द्वारा कपडो को देखकर तस्दीक किया कि यह कपडे तो तमन्ना नाम की लडकी के है तथा उसी दरमियान एक कामकाजी महिला जो घर पर सिलाई का कार्य करती थी वह आयी और उसके द्वारा बताया गया कि यह कपडे मेरे द्वारा तमन्ना पुत्री हसरत अली के लिये तैयार किये गये थे वह इन्हे पहनकर गाँव में घूमती भी थी, इसी क्रम में हसरत अली के घर पर जाया गया तो हसरत अली घर पर मौजूद नही मिला और न ही उसकी पत्नी मौजूद मिली वहाँ पर फारुख नाम का व्यक्ति मिला जिसके द्वारा बताया गया कि यह कपडे तो मेरी भतीजी तमन्ना के है, इस प्रकार सभी लोगो को साथ लेकर मोर्चरी आकर मोर्चरी में रखे शव को दिखाकर परिजनों से अज्ञात महिला शव की शिनाख्त की कार्यवाही कराते हुये पोस्मार्टम कराया गया । तत्पश्चात उक्त घटना के संबंध में थाना सादाबाद पर वादी अब्दुल फराहीम पुत्र मौ0 रफीक खान निवासी गली नं0 2 महफूज नगर थाना रोरावर जनपद अलीगढ द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 379/25 धारा 103(1)/238 बी.एन.एस. बनाम अज्ञात के पंजीकृत हुआ । गठित टीमो के कठिन परिश्रम व अथक प्रयासोपरान्त ग्राउन्ड, टेक्निकल इन्टेलीजेन्स व प्राप्त अन्य लाभप्रद सूचनाओं के अभिसंकलन आदि से दौराने विवेचना अभियुक्तगण हसरत अली पुत्र लियाकत अली निवासी अधौना थाना अकराबाद जिला अलीगढ, रज्जो पहलवान उर्फ राजू पुत्र प्यारे लाल निवासी अल्हैपुर थाना चंदपा जिला हाथरस, एक अभियुक्ता (दूसरी पत्नी) के नाम प्रकाश में आये।
मृतका के पिता हसरत अली ने दो विवाह किये थे, तमन्ना की माँ को हसरत अली ने करीब छह वर्ष पूर्व छोड दिया था तमन्ना हसरत अली की दूसरी पत्नी और हसरत अली के साथ रहती थी जुलाई माह में तमन्ना किसी लडके के साथ अलीगढ से कही चली गयी जो कि एक दो दिन के बाद वापस आ गयी थी, इसी बात से हसरत अली व उसकी दूसरी पत्नी उसके साथ में अभद्र व्यवहार करने लगे तथा उसके साथ मारपीट भी करने लगे, आठ अगस्त को तमन्ना ग्राम अधौना से चुपचाप दोपहर के समय घर से निकल गयी थी जिसको हसरत अली व उसकी दूसरी पत्नी द्वारा पनैठी पुल अलीगढ के पास पकड लिया था लोकलाज एंव सामाजिक अपमान को लेकर दोनो ने तमन्ना को मारने का प्लान बनाया जिसमें दूसरी पत्नी के पिता द्वारा ग्राम अल्हैपुर हाथरस में बुलवाकर ग्राम बहरदोई के खेतो के पास तीनो ने मिलकर तमन्ना का छूरा से गला काटकर हत्या कर दी तथा शव को छिपाने के लिये टाट की बोरी में बाँधकर बम्बे में पानी में डाल दिया तथा गर्दन को उसी बम्बे में थोडी दूर फैंक दिया। पूछताछ में अभियुक्त हसरत अली पुत्र लियाकत अली निवासी अधौना थाना अकराबाद जिला अलीगढ ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2005 में फिरदौस पुत्री मौ0 रफीक खाँन निवासी चुरसैन थाना चंदपा के साथ हुई थी, उससे पुत्री पैदा दो हुई, मेरी पत्नी फिरदोस के बेटियां ही पैदा हो रही थी, तो मैने करीब 6 साल पहले अपनी पहली पत्नी फिरदोस को घर से निकाल दिया था और दोनों बेटियों को अपने पास रख लिया था । मैने दूसरी शादी अल्हैपुर थाना चंदपा जिला हाथरस की महिला के साथ कर ली थी, जुलाई महीने में मेरी बडी बेटी अपनी मर्जी से किसी लडके के साथ चली गयी थी और एक दो दिन बाद वापस आ गयी तो मैं उससे नाराज हुआ, मैने व मेरी दूसरी पत्नी ने मिलकर तमन्ना की मारपीट भी की थी और डांटा फटकारा भी था, तो बेटी मेरे छोटे भाई फारूख के पास रहने लगी थी फिर उसके बाद आठ अगस्त को फिर मेरी बेटी घर से निकल गयी थी, जिसे मैने और मेरी दूसरी पत्नी ने पनैठी पुल के पास से पकडा था, जब इसके पास कोई भी नहीं था, वहीं से आहत होकर कि आये दिन मेरी बेटी तमन्ना समाज में बदमानी करा रही थी, तो मैने दूसरी पत्नी के पिता रज्जो पहलवान से बात की तो मेरे ससुर रज्जो पहलवान उर्फ राजू पुत्र प्यारे लाल ने कहा कि तुम तमन्ना को वहीं मारकर फेंक दो, एक ही बार में क्लेश कट जायेगा। तो मैने कहा कि यहाँ तो काफी भीड भाड होती है, यहाँ ऐसा काम नहीं हो पायेगा। तो रज्जो पहलवान ने कहा कि इसे लेकर अल्हैपुर आ जाओ, आज ही इसका इंतजाम करा दूंगा, तो मैं तथा मेरी दूसरी पत्नी बेटी को मोटर साईकिल नं0 UP 81 BY3761 स्पलेंडर प्लस से अलीगढ से लेकर अपने ससुर रज्जो पहलवान के घर अल्हैपुर आये तो वहाँ पर मेरे ससुर रज्जो पहलवान और मेरी पत्नी रानी ने प्लान बनाया कि इसे काटकर झाल के आगे बम्बा में फेंक देंगे, जिसके लिए मेरे ससुर रज्जो पहलवान ने हमसे कहा कि मैं एक बोरी व रस्सी बोरी में डालकर ओढ कर चलता हूँ और तुम छुरा ले आना, मै बेटी तमन्ना को लेकर तुम अल्हैपुर झाल पर पहुचो, मैं वहीं पर मिलूंगा, उस समय मूसलाधार तेज बारिस हो रही थी, तो मैं मोटर साईकिल नं0 UP 81 BY3761 स्पलेंडर प्लस से अपनी दूसरी पत्नी रानी के साथ बेटी तमन्ना को लेकर अपने ससुर रज्जो पहलवान के बताये अनुसार अल्हैपुर झाल पर आया, जहाँ मेरे ससुर रज्जो पहलवान मिले, अल्हैपुर झाल से आगे रज्जो पहलवान जाने लगे, और बोले के इसे लेकर मेरे पीछे पीछे आ जाओ, अल्हैपुर झाल से करीब 300 मीटर आगे जाकर मेरे ससुर रज्जो पहलवान रुक गये और मेरी दूसरी पत्नी ने बेटी तमन्ना के पैर पकडे और ससुर रज्जो पहलवान ने हाथ पकडे और मैने छुरा से तमन्ना का गला रेत दिया । हम तीनों ने तमन्ना के शव को बोरी के अन्दर रखकर पन्नी की रस्सी से मुह बांधकर बोरे को बम्बा के पानी में फेंक दिया था। तथा सिर को मेरे ससुर रज्जो पहलवान ने उठाकर बम्बा में थोडी आगे की तरफ फेंक दिया था। तथा उस छुरा को पानी से अच्छी तरह धुलकर मैने खरंजा के किनारे पीपल के पेड के पास झाडियों में छिपा दिया था । फिर हम तीनों लोग मोटर साईकिल से अल्हैपुर आ गये थे, जहाँ हमने अपने अपने कपडे बदले, जिन्हें एक झोले में रखकर बैंग में रख लिये थे, मैं और रानी उसी रात समय करीब 3 बजे के आस पास मोटर साईकिल नं0 UP 81 BY3761 स्पलेंडर प्लस से अलीगढ के लिए निकल गये थे, मेरे ससुर गाँव में ही रह गये थे । अभियुक्तो के कब्जे/निशादेही से आलाकत्ल एक छूरा व एक टाट की बोरी व घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकल बरामद की गयी है । गिरफ्तार अभियुक्तो के आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी करते हुये थाना सादाबाद पुलिस द्वारा नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है । पुलिस अधीक्षक हाथरस द्वारा पुलिस टीमो द्वारा घटना के सफल अनावरण करते हुए पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु ₹25000 रुपये के नगद पुरुस्कार से सम्मानित किया जायेगा। गिरफ्तार करने वाले अधिकारी कर्मचारीगण थानाध्यक्ष योगेश कुमार थाना सादाबाद, व0उ0नि0 बृजेश पाण्डेय थाना सादाबाद, उ0नि0 उमेश बाबू थाना सादाबाद, उ0नि0 नीलेश यादव थाना सादाबाद, उ0नि0 मुनीम थाना सादाबाद, हे0का0 मुनेश कुमार थाना सादाबाद, का0 906 हितेश शर्मा थाना सादाबाद, का0 359 हरेन्द्र थाना सादाबाद, म0का0 नेहा थाना सादाबाद, का0 रिंकू राजौरा थाना सादाबाद, का0 अरूण मलिक थाना सादाबाद, का0 524 रोहित कुमार थाना सादाबाद जनपद हाथरस है।