साईं बाबा उन लोगों के मन की मुराद सदैव पूरी करते है, जो श्रद्धा भक्ती से उनकी पूजा वा पाठ करते
साईं बाबा की धूप आरती सूर्यास्त के बाद शाम के समय समय करना ही शुभ माना जाता है.
साईं बाबा उन लोगों के मन की मुराद सदैव पूरी करते है, जो श्रद्धा भक्ती से उनकी पूजा वा पाठ करते हैं. जो लोग श्री साईं का व्रत वा कथा विधि पूर्वक करते हैं, श्री साईं उन्हें निश्चित ही इच्छा अनुसार फल देंते हैं. मान्यता अनुसार साईं बाबा की आरती हर जगह सूर्यास्त के समय ही की जाती है. सनातन धर्म में साईं बाबा को गुरुवार का दिन समर्पित है. इस दिन आप साईं बाबा को प्रसन्न करने के लिए आरती तथा व्रत कथा कर सकते हैं. अगर आप इस दिन सच्चे मन से श्री साईं आरती वा पाठ करते हैं, तो साई बाबा आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते है. गुरुवार के दिन आप साईं बाबा का व्रत करने के बाद श्री साईं की आरती जरूर करें, आपकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं. साईं बाबा की ये आरती कुछ इस प्रकार है.
॥श्री शिरडी साईं बाबा की आरती॥
जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥
शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे॥ ॐ जय…॥
दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।
फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥
कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥
काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावें।
सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥
भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥
हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।
रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥
अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥
भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।
गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥
अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥
श्री सद्गुरु साईंनाथ महाराज की जय॥