देश

महागठबंधन में सीट शेयरिंग, कांग्रेस को बैटफुट पर धकेल फ्रंटफुट पर राजद-जदयू!

40 लोकसभा सीट में महागठबंधन में शामिल कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी

नीतीश कुमार की कांग्रेस से नाराजगी की खबरों के बीच बिहार में सियासी हलचल बेहद तेज है. इसी बीच जदयू की दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है, जिस पर देश की सियासी निगाहें भी टिकी हुई है कि क्या नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं? इसी सियासी हलचल के बीच सत्ता के गलियारे से बिहार में महा गठबंधन के लिहाज से भी एक खबर आ रही है कि जदयू आरजेडी और कांग्रेस में सीट बटवारा को अंतिम रूप दे दिया गया है. हालांकि, इसकी पुष्टि फिलहाल महागठबंधन की तरफ से नहीं की जा रही है, लेकिन रीजनल पार्टियां फ्रंट फुट पर रहेंगी ऐसा संकेत जरूर मिल रहा है और उसी फॉर्मूले पर बात आगे बढ़ रही है.दरअसल, सूत्र बताते हैं कि बिहार में 40 लोकसभा सीट में कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसे लेकर सहमति बनाने की खबर आ रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि महागठबंधन में जदयू और आरजेडी बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यानी 16-16 या फिर 17-17 सीटों पर जदयू और आरजेडी लड़ेगी. वहीं, कांग्रेस 5 या 6 सीट और भाकपा माले एक सीट पर चुनाव लड़ सकती है. सीपीआई या सीपीएम में से किसी एक को एक सीट दी जा सकती है. सूत्र ये भी बताते हैं कि इस पर कांग्रेस को एतराज है, क्योंकि कांग्रेस बिहार में पिछली बार नौ सीट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस इतनी सीट ही लड़ना चाहती है.

बताया जा रहा के कि इस पर 29 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में चर्चा सीटों को लेकर मामला उठ सकता है. बता दें कि इसके पहले जदयू लगातार ये कहता आया है कि जल्दी से जल्दी सीट बटवारा कर लिया जाए, ताकि चुनाव के मैदान में उतरने की तैयारी शुरू किया जा सके. लेकिन, कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त थी जिसकी वजह से इसमें थोड़ी देरी हुई. परन्तु अब इस पर कभी भी मुहर लग सकती है. बताया जा रहा है कि आरजेडी और जदयू ने लगभग तय कर लिया है कि बिहार में रीजनल पार्टी फ्रंट फुट पर रहेगी और कांग्रेस को उसके पीछे ही आना पड़ेगा और इसी फॉर्मूले के तहत ये खबर आ रही है.गौरतलब है कि महागठबंधन में फिलहाल बिहार में जदयू के 16 सांसद हैं और कांग्रेस के पास एक सांसद है. लेकिन आरजेडी के पास एक भी सांसद नहीं है. लेकिन, फॉर्मूले में बिहार विधान सभा की सीटों के आधार पर फैसला किया गया है और इसी के तहत सीटों का फॉर्मूला तय किया गया है. बता दें कि बिहार विधान सभा में RJD के 80 विधायक हैं और वह सबसे बड़ी पार्टी है. जदयू के 43 विधायक है और वह दूसरे नंबर पर भाजपा के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस के 19 विधायक हैं जबकि माले के12 और सीपीआई और सीपीएम के 2-2 एमएलए हैं.

JNS News 24

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!