श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए इस अमृत महोत्सव के मौके पर अपने 75 साल पूरे किए
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा वार्ष्णेय महाविद्यालय में 6 नए कोर्स भी शुरू कराने का सुनहरा अवसर प्रदान किया
अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क क्षेत्र स्थित श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए इस अमृत महोत्सव के मौके पर अपने 75 साल पूरे किए हैं। तो वहीं इस मौके पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा वार्ष्णेय महाविद्यालय में 6 नए कोर्स भी शुरू कराने का सुनहरा अवसर प्रदान किया। इन सभी 6 विषयों के कोर्स को शुरू कराए जाने की अनुमति राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा दी गई। 6 नए कोर्स महाविद्यालय में बढ़ाएं जाने के बाद जहां स्कूल प्रबंधक में खुशी का माहौल है। तो वहीं छात्रों की भी खुशी का ठिकाना नहीं है। वहीं इन सभी 6 नए कोर्स के लिए प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2023 निर्धारित की गई है। वही महाविद्यालय प्राचार्य का कहना है कि वेब रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ने के साथ ही बढ़ाई भी जा सकती है।
वहीं इस मौके पर श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अरुण कुमार गुप्ता के द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की तरफ से सत्र 2023-2024 में स्ववितपोषित योजना के तहत श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय में 6 नए विषयों के कोर्स शुरू कराएं जाने की अनुमति प्रदान की गई है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की तरफ से सत्र 2023-2024 से शुरू कराए जा रहे विषयों में बीएससी, बीसीए, स्नातकोत्तर स्तर पर एमसीए, जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, कंप्यूटर साइंस तथा एमए सैन्य अध्ययन शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इन सभी 6 विषयों के लिए महाविद्यालय प्रबंधक की तरफ से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।वहीं जो भी प्रवेशथ्री प्रवेशार्थी महाविद्यालय में प्रवेश हेतु इच्छुक हो वे छात्र राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ की वेबसाइट https://rmpssu.ac.in/पर वेब रजिस्ट्रेशन कराकर तत्पश्चात श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय अलीगढ़ की वेबसाइट https://www.svcaligarh.org/ पर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकता है। तो वही प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2023 निर्धारित की गई है। इसके साथ ही कहा कि अगर वेब रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ने के साथ ही बढ़ाई भी जा सकती है।इसके साथ ही प्रोफ़ेसर अरुण कुमार गुप्ता का कहना है कि सभी कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत ही चलाए जा रहे हैं।