महाकाल लोक की शोभा बढ़ा रहा दक्षिणमुखी शिवलिंग त्रिवेणी संग्रहालय में छोटे-छोटे शिवलिंगों से 21 फीट ऊंचे एक शिवलिंग
500 से अधिक छोटे शिवलिंगों से किया निर्माण
उज्जैन. विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित त्रिवेणी संग्रहालय मूलरूप से 2016 सिहस्थ में मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग एवं पुरातत्व विभाग के माध्यम से स्थापित किया गया था. दुनियाभर से श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं. अब उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को महाशिवलिंग के दर्शन भी प्राप्त हो सकेंगे. महाकाल मंदिर के पास त्रिवेणी संग्रहालय परिसर में एक महाशिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है जिसकी ऊंचाई 21 फीट है . खास बात यह है कि यह दक्षिणमुखी शिवलिंग है. पूर्ण निर्माण के बाद यह जल्द ही जनता के दर्शन के लिए खोला जाएगा.
1500 छोटे शिवलिंगों से हुआ निर्माण
धार्मिक नगरी मे महाकाल लोक बनने के बाद बढ़ती हुई पर्यटकों की संख्या को देखते हुए संस्कृति विभाग महाकाल परिसर में निरंतर नई चीजें बना रहा है. इसी के चलते हाल ही में संस्कृति विभाग में त्रिवेणी संग्रहालय में छोटे-छोटे शिवलिंगों से 21 फीट ऊंचे एक शिवलिंग का निर्माण शुरू किया था जो लगभग पूरा हो चुका है. 1500 छोटे शिवलिंगों से बनाया गया. शिवलिंग महाकाल मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित दक्षिण मुखी की तरह दक्षिण में रखा गया है और इसकी धारा उत्तर में रखी गई है.
जमकर ले रहे है लोग सेल्फी
त्रिवेणी संग्रहालय में हालांकि महाशिवलिंग अभी निर्माणाधीन है. बावजूद इसके लोग यहां फोटो खिंचवाने आ रहे हैं. त्रिवेणी विहार के पीआरओ आदित्य चौरसिया ने बताया अभी और कार्य बाकि है उसके पहले ही इतना सुंदर शिवलिंग लग रहा है. कि लोग अभी से ही सेल्फी लेने पहुंच रहे हैं. इसका अभी और कार्य बाकी है.
दक्षिणमुखी है शिवलिंग
आदित्य चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकाल ज्योतिर्लिंग जो कि दक्षिण मुखी है. उसी के आधार पर यह शिवलिंग का निर्माण हो रहा है. यह शिवलिंग भी दक्षिणमुखी है. महाकाल लोक में 21 फीट ऊंचा शिवलिंग स्थापित करा है. जिसका कार्य अभी और बाकी है. भोपाल के कारीगरों ने 1500 से अधिक छोटे शिवलिंगों से इसे यह स्वरूप दिया है.इस शिवलिंग मे सभी लिंग पर नाग देवता भी विराजमान है. अभी भी रंगाई – पुताई व लाइटिंग अभी और बाकी है.