कृषि विभाग द्वारा 25 मई से 24 जून तक चलाया जाएगा विशेष बीजशोधन अभियान
खरीफ में बोई जाने वाली सभी फसलों में रोग बीज, मृदा, वायु जल एवं कीटों के द्वारा फैलते है।
अलीगढ़ 28 मई 2024 (सू0वि0): जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल ने किसान भाईयों को बताया है कि खरीफ में बोई जाने वाली सभी फसलों में रोग बीज, मृदा, वायु जल एवं कीटों के द्वारा फैलते है। बीज जनित एवं भूमि जनित रोगों से बचाव के लिए बीज शोधन अत्यंन्त महत्वपूर्ण है। बीज शोधन द्वारा फसलों को रोगों से सुरक्षित कर अधिक पैदावार ली जा सकती है, जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी व उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने मे मदद मिलेगी। इसी के क्रम में खरीफ 2024 में भी बीज शोधन अभियान का क्रियान्वयन किया जाना है। उन्होंने बताया कि प्रायः कृषक बीज शोधन जैसे कार्य को अधिक महत्व नहीं देते हैं। इसलिए बीज शोधन के प्रति कृषकों में जागरूकता पैदा करने के उद््देश्य से खरीफ 2024 की प्रमुख फसलों में शत-प्रतिशत बीजशोधन कराने के लिए 25 मई से 24 जून 2024 तक इस कार्य को अभियान के रूप में चलाया जाना है। बुवाई से पूर्व 2.5 ग्राम थीरम 75 प्रतिशत डी०एस० अथवा कार्वेन्डाजिम 50 प्रतिशत डब्लू0पी0 2.0 ग्राम अथवा यथासंभव ट्राइकोडर्मा 4 से 5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से शोधित करके बुवाई करने से बीज जनित रोग जैसे बीज गलन, उखटा नियंत्रण हो जाता है। उन्होंने किसान भाईयों से अपील की है कि बीजशोधन प्रशिक्षण अभियान में अधिक से अधिक प्रतिभाग करें, और बीजशोधन अभियान का लाभ उठाऐं।