गंधक-पोटाश वाली ‘मौत की मशीन’ लोहे के पाइप से होती है तैयार, महज 250 रुपये में सड़कों पर खुलेआम बिक रही
मौत का सामान, जी हां... इसे मौत का सामान ही कहिए। जो खुलेआम सड़कों पर बिक र

हाथरस। मौत का सामान, जी हां… इसे मौत का सामान ही कहिए। जो खुलेआम सड़कों पर बिक रहा है, वो भी महज 250 से 300 रुपये में। कोई भी जाकर इसे खरीद सकता है। ना इसका कोई नाम है और ना ही कोई गारंटी। साथ में गंधक और पोटाश का एक ऐसा मसाला भी मिलेगा, जो इस लोहे की नाल से बने औजार में डालने पर तेज धमाका करता है। ऐसा धमाका, जो कान के पर्दे हिला दे और जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दे जाए। और अगर, इस दौरान ये नाल फट जाए तो फिर इसे चलाने वाला घायल होगा या मरेगा, इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं। जनपद में दीपावली के त्योहार से पहले बाजारों में खुलेआम मौत का ये खतरनाक सामान बेचा जा रहा है। आतिशबाजी के लिए अवैध तरीके से इस धमाका मशीन को तैयार किया जा रहा है। तेज धमाका करने वाली इस मशीन को लोहे के पाइप और रॉड पर वेल्डिंग के जरिए बनाया जाता है। इसके बाद गंधक और पोटाश को बराबर मात्रा में मिलाकर, इस धमाका मशीन में डाला जाता है और फोड़ते ही एक जबरदस्त धमाका होता है। ऐसा धमाका, जिसकी आवाज आम आतिशबाजी के पटाखों से कहीं ज्यादा तेज होती है। शहर के अलीगढ़ रोड पर बिना किसी रोक-टोक के सड़कों पर रखकर इस धमाका मशीन को बेचा जा रहा है। महज 250 से 300 रुपये में धमाके का यह औजार आसानी से मिल रहा है। खरीदने वाले युवाओं में भी इस औजार की एक अलग ही दीवानगी है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि पटाखों के रेट काफी ज्यादा होते हैं, वहीं यह मशीन कम कीमत में आसानी से मिल रही है। सस्ती कीमत में तेज धमाके की वजह से यह मशीन पटाखों पर भारी पड़ रही है। लेकिन, धमाके के मजे के साथ ही इस मशीन में जान का खतरा भी छिपा है। अगर गंधक और पोटाश को थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा में डाल दिया गया तो लोहे का ये पाइफ धमाके के साथ फट सकता है और चलाने वाले की मौत भी हो सकती है। मशीन को तैयार करने वाले एक कारीगर राजू शर्मा ने बताया कि इसे पूरी तरह से लोहे के एक पाइप और रॉड से बनाया जाता है। मुख्य तौर पर तो बंदर भगाने या खेतों पर जानवर भगाने के काम आती है, लेकिन दीपावली पर इसकी बिक्री बढ़ जाती है। गंधक और पोटाश बहुत कम मात्रा में डाला जाता है, लेकिन अगर ज्यादा डाल दिया तो पाइफ फट सकता है।
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कब लगेगी रोक?
हाथरस। राजू बताते हैं कि बेचने वाले हमें माल देते हैं और हम मशीन तैयार करके देते हैं। उन्हें तो सिर्फ मजदूरी मिलती है। जब डिमांड बढ़ती है तो उनका काम भी बढ़ जाता है। अगर बात करें इस धमाका मशीन की, तो यह प्रतिबंधित अवैध हथियार है। इससे पूर्व में भी कई हादसे हो चुके है। लेकिन, इसके बावजूद यह बाजारों में खुलेआम बेची जा रही है।



