जिलाधिकारी की अध्यक्षता में डिजिटल क्रॉप सर्वे के सबंध में सर्वेयर, सुपरवाइजर और वैरिफायर को किया गया प्रशिक्षित
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जनपद के 10 गांवों में होगा डिजिटल क्राप सर्वे , प्रत्येक तहसील से 2-2 गांवों में कराया जाएगा सर्वे
एक क्लिक में सभी की पहुंच में होगा खेती-बाड़ी का ब्योरा
अलीगढ़ = जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में डिजिटल क्रॉप सर्वे के सबंध में सर्वेयर, सुपरवाइजर और वैरिफायर को प्रशिक्षित किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार ने पहले चरण में 10 गांवों में डिजिटल क्राप सर्वे कराने का निर्णय लिया है जोकि किसानों के लिए काफी फायदेमंद होगा। एक क्लिक पर फसल से लेकर पैदावार तक का ब्योरा सामने आ सकेगा। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि समझाए जा रहे बिन्दुओं को अच्छे से आत्मसात करें। सदैव अपने कार्यों के प्रति संवेदनशील रहें। लापरवाही के साथ प्रस्तुत किये गये गलत ऑकड़ों का प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
जनपद में जल्द ही डिजिटल क्राप सर्वे होगा। 2 अगस्त से शासन द्वारा एनआईसी के माध्यम से लॉग इन आई-डी और पासवर्ड मिलने शुरू हो जाएंगे। प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। हर तहसील से 2-2 गांवों का प्रस्ताव बनाया गया है। लेखपाल, पंचायत सहायक व किसानों को इस काम में लगाया जा रहा है। इसी के चलते कलैक्ट्रेट में डीएमटी (डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर), जिला कृषि अधिकारी और अपर सॉख्यकीय अधिकारी द्वारा लेखपाल, प्राविधिक सहायक, एडीओ कृषि एवं राजस्व निरीक्षक को प्रशिक्षण दिया गया। सर्वे के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करते हुए बताया गया कि सर्वे के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि एप के माध्यम से मौके पर लिए गये फोटो को कार्यालय या घर से जहां भी इंटरनेट उपलब्ध हो अपलोड किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसका एप एंड्रायड फोन में काम करेगा।
जिला कृषि अधिकारी अभिनन्दन सिंह ने बताया कि डिजिटल सर्वे में खेत वार फसल से लेकर पैदावार तक का सम्पूर्ण ब्योरा होगा। ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त के प्रथम सप्ताह से खरीफ की फसल के सर्वे कार्य की शुरुआत हो जाएगी। इसके बाद आगे से रबी और जायद की फसलों का ब्योरा आनलाइन होगा। इससे किसानों को आपदा राहत वितरण, फसल बीमा एवं अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलने में आसानी होगी। इससे कभी भी प्रत्येक खेत की फसल का डिजिटल ब्योरा कोई भी देख सकेगा। उन्होंने बताया कि चयनित गांव में खरीफ से गाटावार फसल की जानकारी एकत्र की जाएगी। किसान के साथ लागत व पैदावार तक का ब्योरा होगा।
डिजिटल सर्वे का लाभ:
ऽ एक क्लिक पर होगा फसल का पूरा ब्योरा।
ऽ कृषि एवं परती भूमि का सही सही आंकलन होगा।
ऽ सिंचाई के वास्तविक साधनों को जानकारी मिल सकेगी।
ऽ फसलों के वास्तविक आच्छादन की सटीक जानकारी मिल सकेगी।
ऽ फसल बीमा और प्राकृतिक आपदा राहत का लाभ बिना त्रुटि के प्राप्त हो सकेगा।
इन ग्रामों में होगा डिजिटल क्राप सर्वे:
अतरौली के सिंधौली खुर्द एवं भौनई, इगलास के मनीपुर एवं दातऊ, कोल के चॉदपुर मिर्जा एवं बरई सुभानगढ़ी, खैर के भरतपुर एवं नगलिया गौमोला, गभाना के आरामगढी एवं ताजपुर में डिजिटल क्रॉव सर्वे किया जाएगा।
डिजिटल क्राप सर्वे यानि ई-पड़ताल का कार्य सर्वेयक के तौर प्राविधिक सहायक और लेखपाल स्थल पर पहुॅचकर एप के माध्यम से फोटो लेकर इंटरनेट के माध्यम से अपलोड करेंगे। तदोपरान्त सहायक विकास अधिकारी कृषि और राजस्व निरीक्षक सुपरवाइजर की भूमिका में सत्यापन करेंगे। क्षेत्रीय नायब तहसीलदार सम्पूर्ण प्रक्रिया को वैरीफाई यानि कि पुष्टि करेंगे।
इस अवसर पर एडीएम वित्त मीनू राणा, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार, उपनिदेशक कृषि यशराज सिंह, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह, कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल, सभी नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, सहायक पंचायत अधिकारी कृषि, लेखपाल उपस्थित रहे।