औद्योगिक इकाइयों में टीबी एवं एचआईवी की विशेष स्क्रीनिंग, सीएमओ ने की टीबी-एचआईवी की समीक्षा
अलीगढ़ : टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में शनिवार को विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया

अलीगढ़ : टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में शनिवार को विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य श्रमिकों को क्षय रोग (टीबी) एवं एचआईवी के प्रति जागरूक करना तथा समय रहते संभावित रोगियों की पहचान कर उनका समुचित उपचार सुनिश्चित कराना है मैसर्स इंडियन ऑयल कॉर्पाेरेशन, ग्राम करसुआ में कुल 108 श्रमिकों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें एक व्यक्ति को सीबी-नाट जाँच एवं एक को एक्स-रे के लिए सलाह दी गई। शिविर में टीम सदस्य अरविन्द कुमार, रणवीर सिंह, गिरीश कुमार, अनुरोध कुमार, श्रीमती अखिलेश यादव उपस्थित रहे वेव डिस्टिलरीज, साधु आश्रम हरदुआगंज) में 152 श्रमिकों की स्क्रीनिंग की गई। लक्षणयुक्त 7 संभावित व्यक्तियों को सीबी-नाट जांच के लिए डिब्बी प्रदान की गई। मौके पर स्वास्थ्य टीम से फैसल, शैलेन्द्र गौतम, मुकेश शर्मा, विकास उपस्थित रहेशेखर सर्राफ मेमोरियल हॉस्पिटल एवं समृद्धि साइट पर 67 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 3 संभावित व्यक्तियों को सीबी-नाट जांच के लिए डिब्बी दी गई और 20 व्यक्तियों को एक्स-रे के लिए चिन्हित किया गया। साथ ही 20 व्यक्तियों की एचआईवी जांच भी की गई भोले बाबा डेयरी में आयोजित शिविर में 75 श्रमिकों की टीबी एवं एचआईवी स्क्रीनिंग की गई, जिनमें 4 संभावित व्यक्तियों को सीबी-नाट जांच के लिए डिब्बी दी गई एवं 1 को एक्स-रे के लिए सलाह दी गई। मौके पर स्वास्थ्य टीम से भुवनेश कुमार, अवनेन्द्र, अरविंद, डेविड, वैभव, लोधा टीम से डॉ. एम.एस. अंसारी एवं टीआई स्टाफ उपस्थित रहेटीबी गतिविधियों की प्रगति की निरंतर समीक्षा के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी द्वारा शनिवार को सायंकाल सभी टीबी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की गई बैठक में कार्यों की समीक्षा करते हुए केस खोज, उपचार आरंभ, निक्षय पोषण योजना, संपर्क परीक्षण व जनजागरूकता गतिविधियों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। सीएमओ ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। टीबी एवं एचआईवी की समय से पहचान जनस्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही, फील्ड स्टाफ की नियमित समीक्षा और मार्गदर्शन अभियान की सफलता में अहम भूमिका निभाता है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राहुल शर्मा ने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से टीबी के संभावित मरीजों की समय पर पहचानकर उन्हें निःशुल्क जांच एवं इलाज उपलब्ध कराना हमारा मुख्य उद्देश्य है। टीबी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (टीबीएचवी) की मेहनत सराहनीय है। जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने कहा कि श्रमिकों तक स्वास्थ्य सेवाओं की सीधी पहुँच और उनकी जागरूकता में वृद्धि के लिए हमारी टीमें निरंतर प्रयासरत हैं। सभी टीयू की सहभागिता और फील्ड स्टाफ का समर्पण प्रशंसनीय है।