भरत मिलाप लीला देख छलके आंसू राम-भरत मिलाप देखकर भर आई आंखे
जननायक सम्राट ब्यूरो अलीगढ़
कासगंज/अमांपुर कस्बे के श्रीराम रामलीला महोत्सव में अष्टम दिवस रामलीला कमेटी के विनय प्रताप सिंह, शीलेन्द सोलंकी, विनीत मित्तल, आकाश गुप्ता, पुष्पेंद्र वर्मा, अवधेश यादव, पवन गुप्ता, आयुष गुप्ता ने भगवान के स्वरूपों का पूजन कर आरती उतारी। रामलीला महोत्सव में राम-भरत मिलाप के दृश्यों का मंचन किया गया। श्रीराम लीला महोत्सव मंचन में कलाकारों ने बहुत ही मनमोहक दृश्यों के बीच राम केवट संवाद, सुमत वापसी, राजा दशरथ मरण, राम भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया। गणेश जी की वंदना के साथ रामलीला शुरू हुई। जिस समय भगवान श्रीराम को वन भेजने की बात चली थी। उस समय भारत और शत्रुघ्न दोनों ननिहाल गए थे। वापस लौटने पर उन्हे सारी बात की जानकारी हुई। उन्होंने कुबड़ी को दंड दिया और मां का तिरस्कार किया। वे प्रभु श्रीराम को वापस लाने को चित्रकूट रवाना हुए। भरत को आते देख भैया लक्ष्मण भड़क गए। उन्हे लगा कि भरत प्रभु से युद्ध करने के लिए आ रहे हैं। यह सोच लक्ष्मण भड़क गए। इस दौरान प्रभु श्रीराम ने उन्हे समझाया। भरत प्रभु के पास पहुंच गए और उनके चरण को पकड़कर रोने लगे। साथ ही उन्हें वापस ले जाने के लिए के लिए प्रयास करने लगे। इसे देख दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे।