लोकसभा चुानव का बिगुल बज गया है. उत्तर प्रदेश में चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प है.
बीजेपी के साथ रालोद, अपना दल एस, सुभासपा और निषाद पार्टी एनडीए में मिलकर चुनाव मैदान में
लोकसभा चुानव का बिगुल बज गया है. उत्तर प्रदेश में चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प है. एक तरफ बीजेपी के साथ रालोद, अपना दल एस, सुभासपा और निषाद पार्टी एनडीए में मिलकर चुनाव मैदान में है तो वहीं दूसरी तरफ सपा और कांग्रेस गठबंधन कर मुकाबले में उतर गई है. इन सबके बीच मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने अकेले चुनाव मैदान में उतर चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है. यूपी में पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं. इस बीच लोकसभा चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ का इटीजी रिसर्च सर्वे सामने आया है, जिसमें चौंकाने वाला दावा किया गया है. इस सर्वे की मानें तो यूपी में बीजेपी के मिशन 80 को झटका लग सकता है. बावजूद इसके एनडीए सबसे मजबूत पार्टी बनकर उभरेगी. वहीं विपक्ष का हालत काफी खराब दिख रही है. सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े
टाइम्स नाउ सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश की कुल 80 पर अगर आज वोटिंग होती है तो एनडीए को पिछली बार के मुकाबले जबरदस्त फायदा होते दिख रहा है. लेकिन बावजूद इसके बीजेपी मिशन 80 लक्ष्य से दूर ही दिखाई दे रही है. सर्वे के मुताबिक यूपी में एनडीए को 74 से 78 सीटें मिल सकती है. एनडीए – 74 से 78 इंडिया गठबंधन- 3 से 5 बसपा- 0 अन्य- 0
दूसरे तरफ INDIA गठबंधन की बात करें तो सपा कांग्रेस के गठबंधन को 3-5 सीटें मिलने की उम्मीद है. 2019 के चुनाव में दस सीटें हासिल करने वाली बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर जीरो सीट पर ही रह सकते हैं. वहीं अन्य के खाते में भी एक भी सीट जाते नहीं दिख रही है. आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में सपा को पांच और बसपा को दस सीटों पर जीत मिली थी. जबकि कांग्रेस को एक रायबरेली सीट पर जीत हासिल हुई थी, वहीं एनडीए ने 64 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि बाद में रामपुर और आजमगढ़ सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने इन दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी.