घरेलू शेयर बाजार में पिछले सप्ताह के दौरान लगभग एक फीसदी की तेजी दर्ज की गई.
घरेलू बाजार में लगातार दो सप्ताह से मुनाफावसूली का दौर चल रहा था.
घरेलू शेयर बाजार में पिछले सप्ताह के दौरान लगभग एक फीसदी की तेजी दर्ज की गई. उससे पहले घरेलू बाजार में लगातार दो सप्ताह से मुनाफावसूली का दौर चल रहा था. घरेलू बाजार ने बीते सप्ताह के दौरान ऐसे समय वापसी की, जब दुनिया भर के बाजार उथल-पुथल से परेशान रहे.
बाजार ने की ऐसी रिकवरी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार 26 अप्रैल को घरेलू बाजार में बड़ी गिरावट आई. शुक्रवार को सेंसेक्स 609.28 अंक (0.82 फीसदी) के नुकसान के साथ 73,730.16 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी 150.40 अंक (0.67 फीसदी) लुढ़ककर 22,419.95 अंक पर रहा. हालांकि पूरे सप्ताह के हिसाब से बाजार फायदे में रहा. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 641.83 अंक (0.87 फीसदी) और निफ्टी में 272.95 अंक (1.23 फीसदी) की तेजी आई.
दो सप्ताह से मुनाफावसूली
घरेलू शेयर बाजार में उससे पहले लगातार दो सप्ताह से गिरावट आ रही थी. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने 10 अप्रैल को नया ऑल टाइम हाई लेवल बनाया था. सेंसेक्स ने पहली बार 75 हजार के स्तर को पार करते हुए 75,124.28 अंक का पीक छू दिया था, जबकि निफ्टी 22,775.70 अंक के शिखर तक जाने में कामयाब हुआ था. उसके बाद बाजार में मुनाफावसूली हावी हो गई थी. ईरान-इजरायल का तनाव बढ़ने से भी बाजार के ऊपर प्रेशर बना था.
इन कंपनियों के आएंगे रिजल्ट
सोमवार 29 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह को देखें तो बाजार के ऊपर कई फैक्टर का असर होने वाला है. सबसे पहले तो कंपनियों के तिमाही परिणाम से बाजार प्रभावित होगा. पूरे सप्ताह में कई कंपनियां मार्च तिमाही का वित्तीय परिणाम जारी करने वाली हैं. उनमें डाबर, फेडरल बैंक, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, टाटा टेक्नोलॉजीज, टाइटन, अडानी पावर, अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे नाम शामिल हैं. सप्ताह के दौरान वाहन कंपनियां अप्रैल महीने की बिक्री के आंकड़े जारी करने वाली हैं.
फेडरल रिजर्व की अहम बैठक
वैश्विक स्तर पर देखें तो अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक सप्ताह का सबसे बड़ा इवेंट है. सप्ताह के तीसरे दिन एक मई को फेड रिजर्व की बैठक के नतीजे सामने आएंगे. उसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के रुख, डॉलर और रुपये की चाल, कच्चा तेल जैसे फैक्टर भी बाजार पर असर डाल सकते हैं.