अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम के कपाट
केदारनाथ के कपाट सुबह सात बजे खुले वहीं यमुनोत्री के कपाट 10.29 पर और गंगोत्री के कपाट दोपहर बाद 12 बजकर 20 मिनट पर खुलेंगे.
उत्तराखंड के स्थित केदारनाथ के कपाट शीतकाल के दौरान छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भक्तों के ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष के साथ खुले. मंदिर के कपाट खुलने के समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी पत्नी गीता धामी के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए मौजूद रहे.इसके साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा का आरंभ हो गया. गुरुवार को ही बाबा की डोली केदारनाथ पहुंची थीं. केदारनाथ के कपाट सुबह सात बजे खुले वहीं यमुनोत्री के कपाट 10.29 पर और गंगोत्री के कपाट दोपहर बाद 12 बजकर 20 मिनट पर खुलेंगे. उनके अनुसार चारधाम के नाम से प्रसिद्ध धामों में शामिल एक अन्य धाम बदरीनाथ के कपाट 12 मई को सुबह छह बजे खुलेंगे.बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ मंदिर के कपाटोद्घाटन के लिए मंदिर को फूलों से सजाया गया. इसके अलावा हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई.
आज जब केदारनाथ के कपाट खुले तब मौके पर इलाके का तापमान -1 डिग्री है. मौके पर भक्तों की भारी श्रद्धा उमड़ी हुई है हालांकि तापमान में गिरावट से उनके हौसले कम नहीं हुए हैं.केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पोस्ट किया. उन्होंने लिखा- जय बाबा केदार! आप सभी भक्तजनों का चारधाम यात्रा 2024 में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन. आप सभी से अनुरोध है कि यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचें. हमारी सरकार द्वारा चारधाम आने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.श्री केदारनाथ धाम के दरवाजे भक्तों के लिए खुलने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी पत्नी गीता धामी ने पूजा-अर्चना की.