पाकिस्तान में ईद उल फित्र का त्योहार आज यानी 10 अप्रैल को मनाया जा रहा है.
कराची के आसपास के गांवों और कस्बों से रमजान के महीने में भिखारियों का हुजूम शहर में आ गया है.
पाकिस्तान में ईद उल फित्र का त्योहार आज यानी 10 अप्रैल को मनाया जा रहा है. इस दौरान कराची में भिखारियों की जबरदस्त भीड़ उमड़ आई है. कराची के आसपास के गांवों और कस्बों से रमजान के महीने में भिखारियों का हुजूम शहर में आ गया है. इसकी वजह से अपराध का आंकड़ा भी बढ़ा है. कराची के एडिशनल इंस्पेक्टर जनरल इमराम याकूब मिन्हास ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ये चिंताजनक हालात हैं. कराची में तीन लाख से चार लाख की संख्या में पेशेवर भिखारियों का हुजूम उमड़ पड़ा है. ये सभी ईद के मौके को भुनाने के लिए शहर आए हैं.
पेशेवर भिखारियों के लिए प्राइम स्पॉट बना कराची
एआईजी मिन्हास के मुताबिक कराची पेशेवर भिखारियों और अपराधियों के लिए एक प्राइम स्पॉट बन गया है. उन्होंने कहा कि कराची में सिंध के अंदरूनी हिस्सों, बलूचिस्तान और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों से भारी संख्या में ऐसे लोगों की तादात आ गई है.जिओ न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि हम पारंपरिक तौर-तरीकों से अपराध के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं जुटा पा रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कराची में और ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए, जिससे अपराधियों पर नजर रखी जा सके.
कराची में बिगड़ी कानून-व्यवस्था
दरअसल, कराची में बीते कुछ समय में अचानक से अपराध का आंकड़ा बढ़ गया है. रमजान के दौरान ही सड़कों पर होने वाले अपराधों में 19 नागरिकों को निशाना बनाया गया था. वहीं, जनवरी 2024 से अब तक लूट से बचने के मामलों में 55 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी है.कराची में कानून-व्यवस्था खराब होने को लेकर सिंध हाई कोर्ट ने प्रशासन को अल्टीमेटम भी जारी किया है. हाई कोर्ट ने प्रशासन को एक महीने के अंदर कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए आदेश दिए हैं. ये आदेश सिंध के चीफ जस्टिस अकील अहमद अब्बासी ने दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस पर 15 दिन के भीतर एक रिपोर्ट भी मांगी है.