उत्तर प्रदेश स्थित बदायूं में दो बच्चों आयुष, आहान हत्याकांड में पुलिस ने मृतकों के पिता विनोद कुमार ने जो प्राथमिकी दर्ज
साजिद ने मेरी पत्नी से 5000/- रु0 मांगे मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं.
उत्तर प्रदेश स्थित बदायूं में दो बच्चों आयुष और आहान हत्याकांड में पुलिस के पास मृतकों के पिता विनोद कुमार ने जो प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसे पढ़कर आप रो देंगे. इस एफआईआर में बताया गया है कि कैसे साजिद और जावेद ने प्लानिंग के साथ मृतकों की मां को घर में पैसे लाने के लिए भेजा और फिर दोनों बच्चों के छत पर ले गए और उन्हें मौत के घाट उतार दिया. एफआईआर में इस बात का भी जिक्र है कि दोनों आरोपी छत पर बच्चों के साथ जाने के लिए उन्होंने किस तरह फुसलाया और उन्हें साथ ले गए.प्रार्थी विनोद कुमार 5/0 स्व. जगदीश सिंह बाबा कोलौनी सिविल लाइन का निवासी है. आज दिनांक 19/03/2024 को शाम समय लगभग 7 पौने 7 बजे हमारे घर के सामने नाई की दुकान करने वाला साजिद पुत्र बाबू नि० ग्राम- सखानूँ थाना अलापुर अपने भाई जावेद के साथ मोटर साइकिल पर आये. साजिद मोटर साइकिल से उतरकर मेरे घर के अन्दर आया उस समय घर पर मेरी पत्नी श्रीमती संगीता देवी व मेरी माता श्रीमती मुन्नी देवी तथा मेरे तीन छोटे बच्चे जिनके नाम क्रमशः 1- आयुष प्रताप उम्र 13 वर्ष, 2- पीयूष प्रताप उम्र 9 वर्ष 3- आहान प्रताप उम्र 6 वर्ष मौजूद थे. साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से कहा कि मेरी पत्नी को डिलीवरी होनी है आज रात्रि 11 बजे का समय दिया गया है. उस समय साजिद का भाई जावेद मोटर साइकिल लिये बाहर बड़ा था. साजिद ने मेरी पत्नी से 5000/- रु0 मांगे मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं.
एफआईआर में विनोद द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर लिखा गया- तभी साजिद ने मेरे बीच वाले लड़के से पुडिया लाने को कहा पीयूष पुडिया लेने चला गया फिर साजिद ने मेरी पत्नी से कहा पता नहीं आज मेरा मन घबरा रहा है. थोडा छत पर घूम लेता हूँ. मेरे छोटे लड़के पीयूष को अपने साथ ऊपर लेकर चल दिया तथा मेरे बड़े लडके आयुष से पानी लाने को कहा और उसने अपने भाई जावेद को भी अन्दर बुला लिया. ये चारों जावेद साजिद तथा मेरे दो लड़के आयुष और आहान उनके साथ ऊपर चले गये. मेरी पत्नी संगीता पैसे लेने अन्दर घर मे चली गई तब मेरी पत्नी अन्दर से पैसे लेकर बाहर आई तो साजिद व जावेद जीने से उतर रहे थे साजिद व जावेद के हाथ में खुन मे सनी हुई छुरी थी. और उन्होंने मेरी पत्नी को देखते ही कहा कि आज मैने अपने काम पूरा कर दिया है. उनके हाथ में छुरी देखकर मेरी पत्नी एकदम घबराकर चिल्लाई तो मोहल्ले के काफी लोग आ गये. जिन्होंने उनको पकड़ने की कोशिश की. जावेद भाग गया. साजिद को भीड ने पकड़ लिया. फिर मेरी पत्नी ने ऊपर जाकर देखा तो मेरे दोनो लड़के खुन मे लथपथ थे तथा उनकी मृत्यु हो चुकी थी. एफआईआर में विनोद ने बताया- तभी मेरा लड़का बाहर से पुडीया लेकर आ गया जावेद ने मेरे पुत्र पीयूष को भी जान से मारने की नियत से छुरी से वार किया जिससे उसके हाथ मे गंभीर चोट आयी. वहां मौजूद जनता ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया मौके पर काफी भीड़ आ गई थी तथा भीडका आक्रोश था. भीड का तथा अन्धेरे का फायदा उठाकर वहा से भाग गया. मेरी पत्नी व मेरी माता के अलावा मोहल्ले के अन्य काफी लोगो ने भी देखी है. साजिद व जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नही थी. मुझे पता नहीं इन दोनो ने मेरे बच्चो की हत्या क्यों की. मेरे बच्चो की लाश घर पर है. मेरी रिपोर्ट लिखकर कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे.