लाखो बच्चों का भविष्य हैं अंधकार में क्योंकि विद्यालयों को अभी तक नही मिले हैं यू डाइस कोड- जयदीप वार्ष्णेय
अलीगढ़ की मासिक एवं समीक्षा बैठक एटा चुंगी बाईपास स्थित आजाद विद्या मंदिर स्कूल में आयोजित हुई बैठक
इंडियन एजुकेशन एसोसिएशन (रजि0) संपूर्ण भारत की जिला इकाई अलीगढ़ की मासिक एवं समीक्षा बैठक एटा चुंगी बाईपास स्थित आजाद विद्या मंदिर स्कूल में आयोजित हुई बैठक में शहर के विद्यालय प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य बंधु सम्मिलित हुए बैठक में विद्यालय से जुड़े कई विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई सर्वप्रथम बैठक में राष्ट्रीय महासचिव जयदीप वार्ष्णेय जी ने प्रश्न रखा की जिन विद्यालयो को अभी तक यू डाइस कोड प्राप्त नहीं हुए हैं उनको यू डाइस कोड प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा पोर्टल खोला जाए और विद्यालयों को यू डाइस कोड ना होने पर लाखों बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है जिसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय, मुख्य विकास अधिकारी महोदय, एवं जिला अधिकारी महोदय के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को ज्ञापन भेजकर अवगत कराया जाएगा कि जनपद के लगभग 350 अधिक विद्यालय पर यू डाइस कोड नहीं है और सभी विद्यालयों को यू डाइस कोड प्रदान किए जाए
राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव गुप्ता जी ने सभी विद्यालय प्रबंधक एवं प्रधानाचार्यों से कहा कि सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर ही विद्यालय में एक परीक्षा प्रणाली बनाने की कोशिश की जाए और न्यूनतम मासिक फीस का मानक तय किया जाए जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान की जा सके। जिला अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जी ने प्रस्ताव रखा की जिन विद्यार्थियों के जनपद के अभी बहुत से बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं और आधार कार्ड केंद्रों द्वारा आधार कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं जिसके लिए जल्द जिलाधिकारी महोदय से मिलकर वार्ता की जाएगी और इस समस्या से अवगत कराया जाएगा और प्रस्ताव दिया जाएगा कि जनपद के समस्त मान्यता प्राप्त विद्यालय में कैंप लगाकर विद्यार्थियों के आधार कार्ड बनाए जाएं जिससे कि वे सभी बच्चे केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के यू डाइस पोर्टल पर रजिस्टर्ड हो सके।इसी के साथ बैठक में एशियन इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक डॉक्टर एन पी सिंह जी ने कहा कि संगठन मजबूती से कार्य कर रहा है और इस प्रकार आगे कार्य करता रहेगा और सभी को संगठन के साथ कार्य करना चाहिए जिससे कि विद्यालयों के सामने आने वाली समस्याओं से एक साथ लड़ा जा सके उनके द्वारा आर्थिक सहायता प्रकोष्ठ में ₹2100 की आर्थिक सहायता की गई।