दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित किंग्स विला रिजोर्ट में मामूली कहासुनी के बाद दूल्हे के दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी
पुलिस और बराती घायल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया गया
मृतक निखिल तिवारी के परिवार में शोक छाया है। निखिल अपने परिवार का इकलौता बेटा था।मृतक निखिल तिवारी बुधवार देर रात अपने दोस्त की शादी में शामिल होने गया था। निखिल ने जल्द लौटकर आने की बात कही थी लेकिन, किसी को पता नहीं था कि उसके साथ कोई हादसा हो जाएगा। देर रात जैसे ही बेटे की मौत की सूचना परिजनों को मिली तो निखिल के पिता सिखेड़ा सोसाइटी के सचिव अनिल कुमार अपने परिचितों के साथ मंसूरपुर पहुंचे थे। निखिल अपने परिवार का इकलौता बेटा था। वह भोपा रोड पर रेडीमेड गारमेंट की दुकान करता था। उसकी बहन की शादी हो चुकी है।बताया गया कि बेटे की हत्या की सूचना के बाद से पिता की तबीयत सही नहीं है और माता सीमा देवी बार-बार बेहोश हो रही हैं। वह अपने बेटे के हत्यारे को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रही है। उनके घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है।
मामूली बात पर की गई हत्या मुजफ्फरनगर में दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित किंग्स विला रिजोर्ट में मामूली कहासुनी के बाद दूल्हे के दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी भी विवाह समारोह में शामिल थे। हमलावरों को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया।गाजियाबाद के वसुंधरा निवासी अनुभव की बरात हाईवे स्थित रिजोर्ट में आई थी। शादी में मूल रूप से इटावा जिले के भरतना गांव निवासी और वर्तमान में मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र की चौधरी चरण सिंह कॉलोनी में रह रहा दूल्हे का व्यापारी दोस्त निखिल (24) भी शामिल होने गया था। बुधवार रात करीब एक बजे डीजे के पास किसी बात को लेकर निखिल की विवाह में शामिल पुरकाजी क्षेत्र के गांव सलेमपुर निवासी आजाद उर्फ गौतम से कहासुनी हो गई।कुछ देर बाद ही आरोपियों ने निखिल पर पिस्टल से गोली चला दी और हवाई फायर भी किए। इससे शादी में भगदड़ मच गई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस और बराती घायल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान निखिल की मौत हो गई।मृतक के पिता सिकरेड़ा समिति के सचिव अनिल कुमार ने एक नामजद और दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सीओ खतौली डॉ. रवि शंकर का कहना है कि तीन टीमें गठित की गई हैं। एसओजी हमलावरों को तलाश कर रही है। उधर, पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस का रवैया निराशाजनक रहा।