कासगंज शहर के संचालित विनायक हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीज कर दिया
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव अग्रवाल को शिकायती पत्र देकर मामले में जांच पड़ताल और कार्रवाई की मांग की

कासगंज शहर के सुमंत कुमार माहेश्वरी इंटर कॉलेज के सामने संचालित विनायक हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीज कर दिया। यह कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं की शिकायत के बाद सीएमओ के आदेश पर की गई है। कार्रवाई के बाद अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।अलीगढ़ जनपद के गांव अर्जुनपुर कदीम निवासी चंद्रप्रकाश ने बताया कि वह राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाइक से गिर गए थे। वह दिखाने के लिए विनायक हॉस्पिटल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने दाहिने हाथ की छोटी ऊंगली में फ्रैक्चर बताकर ऑपरेट करने को कहा। चंद्रप्रकाश ने ऊंगली का ऑपरेशन भी करा लिया। 40 हजार रूपए ले लिए, लेकिन दर्द बंद नहीं हुआ। दोबारा एक्सरे कराकर देखा तो ऊंगली टूटी मिली। डॉक्टर से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कोई संतुष्ट जबाब नहीं दिया। बाद में उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव अग्रवाल को शिकायती पत्र देकर मामले में जांच पड़ताल और कार्रवाई की मांग की थी। सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. बेला रानी, डॉ. मुकेश यादव, विमल कुमार, अमित कुमार हॉस्पिटल पर पहुंचे। जहां उन्होंने चंद्र प्रकाश के इलाज के बारे में जानकारी की और अस्पताल के अभिलेख भी चेक किए। सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल बिना नवीनीकरण चल रहा था। टीम ने अस्पताल को सीज कर संचालक को कारण बताओ नोटिस दिया है। साथ ही तीन दिन के अंदर सीएमओ कार्यालय में नोटिस का जबाब देने के निर्देश दिए। विनायक अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तो कराया गया था, वह रिन्यूवल नहीं करा रहे थे। बिना रिन्यूवल के संचालित हो रहा था। टीम ने शिकायत कर्ता की जांच पड़ताल के बाद अस्पताल पर सीज की कार्रवाई की गई है।