ठंड में माता-पिता की सेहत और उनके आराम के लिए एक महिला को घर के काम के लिए रखा था। हमें नहीं पता था कि वह ऐसा कुछ कर जाएगी। यह कहना है आरएन सिनेमा के संचालक सुरेश शर्मा के बड़े बेटे देवेश का। रविवार को अमर उजाला से हुई बातचीत में उन्होंने घटना का दर्द साझा किया। आरएन सिनेमा के संचालक के बेटे देवेश का कहना है कि कुछ देर और हो जाती तो माता-पिता की जान जा सकती थी। रोहतक के सेक्टर 14 निवासी देवेश ने बताया कि हमने अच्छे के लिए सोचा था। वारदात के बाद जाते समय माता-पिता के चेहरे पर अपना कंबल लपेटकर उन्होंने तो जान लेने का इंतजाम कर दिया था। गनीमत है कि माता-पिता की जान बच गई। वह सोना-रुपया ले गए और हम तौ और कमा लेंगे। माता-पिता सुरक्षित हैं, यह बड़ी बात है।नौकरानी के लिए एजेंट से संपर्क किया था। एजेंट ही कल्पना को घर पर लाया था। महिला नेपाल की थी। सोचा था ईमानदार होगी। उसकी आईडी ली हुई है। वह जालसाज निकलेगी, इसका अंदाजा नहीं था। देवेश ने कहा कि माता-पिता की हालत के बारे पता लगते ही घबरा गए। मन चिंतित था कि कहीं अनहोनी न हो जाए। एवीटी टीम को मिला केस, दो टीमें कर रहीं जांच योगेश ने बताया कि वारदात की सूचना के बाद मौके पर पुलिस ने साक्ष्य जुटाए व जांच शुरू की। एफएसएल व सीआईए स्टाफ भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है। फिलहाल आरोपियों का सुराग नहीं लगा है। हमें पुलिस पर विश्वास है। जांच से फिलहाल संतुष्टि है।केस की जांच एवीटी टीम को सौंपी गई है। आरोपियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। दो टीमें उनकी तलाश में संबंधित ठिकानों पर जांच के लिए रवाना हो चुकी हैं। आसपास के इलाके की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। एजेंट से पूछताछ जारी है। - सुरक्षा की चिंता में पड़ोसी ने लगवाए सीसीटीवी शहर के सेक्टर-14 में हुई लाखों रुपये की चोरी ने सुरक्षा संबंधी चिंता बढ़ा दी है। अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित लोग सीसीटीवी लगवाने लगे हैं। रविवार दोपहर को सेक्टर 14 में पीड़ित सुरेश शर्मा के पड़ोसी ने अपने घर व बाहर सीसीटीवी लगवाए। अब तक यहां केवल गली के बाहर ही तीन सीसीटीवी थे। सेक्टर 14 निवासी सुरेश शर्मा के घर की गली में करीब 38 मकान हैं। इनमें से केवल गली के बाहर एक ही जगह तीन सीसीटीवी लगे हैं। गार्ड के चैंबर के ऊपर लगे ये सीसीटीवी नीचे की ओर झुके हैं। इस कारण इनमें ज्यादा दूर की रिकॉर्डिंग असंभव है। गली में और सीसीटीवी होते हो शायद शर्मा दंपती के साथ वारदात करने वाले इनमें कैद हो जाते। इसी कड़ी में पीड़ित शर्मा परिवार के पड़ोसी ने चार कैमरों का सेट लगवाया है। पुलिस प्रशासन भी लगातार सुरक्षा के प्रति सचेत करते हुए सीसीटीवी लगवाने की अपील कर चुका है। सीसीटीवी लगाने का खर्च 10 से 20 हजार रुपये सीसीटीवी कैमरे पर थोड़ा खर्च कर हम खुद के लिए सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। इसके लिए बाजार में अनेक कंपनियों के सीसीटीवी उपलब्ध हैं। चार कैमरों का सेट करीब 10 हजार रुपये में आ जाता है। अच्छी गुणवत्ता के चार से छह कमरों का सेट 20 हजार रुपये तक मिल जाता है। सेट से अलग एक कैमरे की कीमत करीब दो हजार रुपये है। सीसीटीवी सेट की एक टीबी की हार्ड डिस्क चार से साढ़े चार हजार रुपये की है। डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) या एनवीआर (नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर) की कीमत करीब 2500 से 3000 हजार रुपये है। लाइन केबल की कीमत 27 रुपये मीटर है। सीसीटीवी सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। इनसे वारदात करने वालों तक पहुंच आसान हो जाती है। सेक्टर 14 की घटना में भी सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। इनमें बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। - सतबीर, प्रभारी, अर्बन एस्टेट थाना।