स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम कृष्णांजलि नाट््यशाला में आयोजित किया गया
मा0 बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह जी ने माननीय मंत्री जी ने ध्वजारोहण के उपरांत रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़े
स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम कृष्णांजलि नाट््यशाला में आयोजित किया गया। प्रदेश के मा0 बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह जी ने माननीय मंत्री जी ने ध्वजारोहण के उपरांत रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़े एवं ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल के बैंड की मनमोहक ध्वनि तरंगों के साथ राष्ट्रगान की प्रस्तुति दी गई।
x मा0 मंत्री जी द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर स्थापित प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात एनसीसी के छात्रों द्वारा दिये गये मान प्रणाम ग्रहण किया गया। मा0 मंत्री जी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में पूनम सारस्वत ग्रुप दुर्गा सांस्कृतिक कलाकेन्द्र, कस्तूरबा गांधी विद्यालय एवं टीकाराम कन्या विद्यालय की छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गईं। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं वीर शहीदों के परिजनों को मा0 मुख्य अतिथि एवं मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि एवं मा0 मंत्री श्री संदीप सिंह ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त हो आज़ादी की सुबह देखने को मिली। आज़ादी की लड़ाई में न जाने कितने चेहरे थे जिन्होंने अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। आज देश विश्व शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। देश की विश्व भर में पहचान हुई है और मा0 प्रधानमंत्री जी की अगुवाई में भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, इसमें सभी का योगदान जरूरी है। देश में विविधिता में एकता को बनाए रखना होगा। देश को आगे ले जाने का दायित्व जितना पीएम-सीएम का है उतनी ही जिम्मेदारी हर नागरिक की है। आज देश-प्रदेश में शिक्षा और जागरूकता की कमी नहीं है। भाषा और जाति का बंधन नहीं है। आइए हम सभी कुछ ऐसा कर दिखाएं जिस पर सभी को गर्व हो। आज हर क्षेत्र में भारत अपना परचम लहरा रहा है। देश की बेटियां नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। उन्हें नित नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह ने कहा कि आज का दिन देश के लिए वीरगति प्राप्त करने वाले नौजवानों को याद करने का है। जो क्रांतिकारी हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये उनके मन में यही भावना थी कि मैं रहू न रहूं यह देश रहना चाहिए।