सीडीओ की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बैठक हुई आयोजित
विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं, ग्राम पंचायतों में उपलब्ध धनराशि का सदुपयोग किया जाए
अलीगढ़ मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में डोर-टू-डोर कूडा संग्रहण की सेवा ग्रामीणों को प्रदान करने के साथ ही सेवा के सापेक्ष निर्धारित स्वच्छता शुल्क संग्रहण कार्य की समीक्षा की गई। संग्रहित स्वच्छता शुल्क का स्वच्छता के कार्यों में सदुपयोग किए जाने पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा एवं विकास खण्ड खैर, टप्पल, जवां एवं लोधा के समस्त सचिव ग्राम पंचायत, सहायक विकास अधिकारी पंचायत एवं खण्ड विकास अधिकारियों की निर्धारित बिंदुओं पर समीक्षा की गई स्वच्छता संग्रहण शुल्क में ब्लॉक अतरौली की शिथिल प्रगति पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए सीडीओ ने खण्ड विकास अधिकारी नाथूराम से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। सीडीओ ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि तहसील की दूसरे ब्लॉक बिजौली में जहां 60000 का स्वच्छता संग्रहण शुल्क जमा किया गया है, वहीं तहसील मुख्यालय के ब्लॉक में मात्र 25000 ही स्वच्छता संग्रहण शुल्क एकत्रित किया जाना आपत्तिजनक है। अन्य विकास खण्ड भी अतरौली से कहीं बेहतर स्थिति में हैं। उन्होंने कहा की डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से विभिन्न प्रकार की समस्याओं का स्थाई निदान संभव है। लोगों को जागरूक किया जाय स्वच्छता संग्रहण शुल्क का सदुपयोग करने पर भी अतरौली के साथ लोधा की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। सीडीओ ने दोनो बीडीओ क्रमशः अतरौली एवं लोधा को कड़ी फटकार लगाते हुए शासकीय एवं विकास कार्यों में व्यक्तिगत रुचि के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। सीडीओ ने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। ग्राम पंचायतों के पास पर्याप्त धनराशि उपलब्ध होने के बाद भी विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। बीडीओ ध्यान दें, और प्राप्त धनराशि का जनहित में सदुपयोग करते हुए विकास कार्य कराएं। सीडीओ ने ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाए जाने की भी बात कही।
बैठक में जिन ग्राम पंचायतों में कूडागाडी उपलब्ध है उन ग्रामों की पीपीटी के माध्यम से पंचायतों में माह नवम्बर, 2024 तक डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण एवं स्वच्छता शुल्क की वास्तविक स्थिति, कचरा से कंचन केन्द्र के सुदृढ़ीकरण, कच्ची गली मुक्त ग्राम अभियान में इण्टरलॉक एवं सीसी रोड करायी गयी गलियों की संख्या, स्थल एवं लम्बाई के साथ कच्ची गली मुक्त ग्राम का विवरण और नवीन 50 अस्थाई गौशाला निर्माण की प्रगति व पूर्व निर्मित गौशालाओं में शैड के चारों ओर खडंजा निर्माण की प्रगति के साथ ही गौ संरक्षण के सबंध में बैठक की गई। सीडीओ ने कहा कि विकास कार्यों के लिए ग्राम पंचायतों में पर्याप्त धन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों पर धनराशि का सदुपयोग करते हुए किसी भी प्रकार के भुगतान को लम्बित न रखा जाए। ग्राम में जो भी एसेट्स यथा आर आर सी सेंटर, व्यक्तिगत शौचालय आदि बन गए हैं, उनका सदुपयोग किया जाए। कच्ची गली अभियान के सबंध में बताया गया की 6 करोड़ 71 लाख 23000 की धनराशि से 712 गलियों को पक्का किया गया है। 212 गलियों पर कार्य प्रगति पर है। सीडीओ ने कहा कि वर्तमान में सर्दी अपने चरम पर है। गौवंशों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया देते हुए काऊकोट पहनाया जाए। अलाव जलाया जाएं इसके साथ ही त्रिपाल आदि की व्यवस्था करते हुए प्राथमिकता से गौवंशों को शीतलहरी से सुरक्षित रखा जाए। बैठक का संचालन प्रभारी डीपीआरओ राशिद द्वारा किया गया। ————
बैठक में पीडी डीआरडीए भालचंद्र त्रिपाठी, डीडीओ आलोक आर्य, उपनिदेशक कृषि यशराज सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी के के राय, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी संध्या रानी बघेल, डीएसटीओ चंद्रभान चौधरी, ब्लॉक प्रमुख खैर, समस्त बीडीओ, एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव एवं जिला तकनीकी सलाहकार अरुण कुमार चौबे उपस्थित रहे।