विघ्नहर्ता गणेश जी का सबसे महत्वपूर्ण सकट चौथ व्रत रखा जाएगा
माताएं संतान को संकटों से बचाने और उसके उज्जवल भविष्ण की कामना से माघ संकष्टी चतुर्थी यानी सकट चौथ के दिन सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत करती है.
29 जनवरी 2024 को विघ्नहर्ता गणेश जी का सबसे महत्वपूर्ण सकट चौथ व्रत रखा जाएगा. माताएं संतान को संकटों से बचाने और उसके उज्जवल भविष्ण की कामना से माघ संकष्टी चतुर्थी यानी सकट चौथ के दिन सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत करती है.यही कारण है कि सकट चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा सबसे खास मानी जाती है. आइए जानते हैं साल 2024 में सकट चौथ के दिन आपके शहद में चांद कब निकलेगा.
शहर | चांद निकलने का समय |
दिल्ली | रात 09.10 |
मुंबई | रात 09.32 |
जयपुर | रात 09.17 |
आगरा | रात 09.07 |
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सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की विधि
सकट चौथ पर रात्रि में चंद्रोदय के बाद चांदी या पीतल के लोटे में जल भर लें. फिर उसमें गाय का कच्चा दूध, अक्षत् और सफेद फूल डाल लें. उसके बाद चंद्र देव का स्मरण करके उनको अर्घ्य दें. अपने संकटों को दूर करने और संतान के सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करें. इस बात का ध्यान रखें कि चंद्रमा को अर्घ्य देते समय जल के छीटें पैरे में न पड़े. अर्घ्य देने के बाद अपना व्रत खोलें. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है. ऐसे में चंद्रमा को अर्घ्य देने से मन में आ रही नकारात्मक विचार दूर होते हैं और कुंडली में भी चंद्र दोष दूर होता है.
चंद्रमा को अर्घ्य देने का मंत्र
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥