अलीगढ़

अलीगढ़ : चीन और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ युद्ध ने अलीगढ़ के ताला कारोबार के लिए सुनहरा मौका पैदा कर दिया

अलीगढ़ के पास खुद को दुनिया के ताला हब के तौर पर स्थापित करने का सुनहरा मौका

c का ताला उद्योग अब पूरी दुनिया में अपनी धाक जमाने की ओर बढ़ रहा है. चीन और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ युद्ध ने अलीगढ़ के ताला कारोबार के लिए सुनहरा मौका पैदा कर दिया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मजबूत नीतियों और स्थानीय कारोबार को बढ़ावा देने की कोशिशों ने इस मौके को और मजबूत किया है. अब अलीगढ़ के ताले सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे बड़े बाजारों में भी अपनी पकड़ बना रहे हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत ने अब तक 40,664 शिपमेंट भेजे हैं, जबकि चीन 30,289 और वियतनाम 4,836 शिपमेंट के साथ पीछे हैं. अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 तक भारत ने 3,578 शिपमेंट का निर्यात किया, जिसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारत से ताले मुख्य रूप से अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया को भेजे जा रहे हैं.चीन हर साल अमेरिका को 1.19 अरब डॉलर के ताले बेचता था, लेकिन अब अमेरिका ने चीनी ताला उत्पादों पर 245% टैक्स लगा दिया है. इससे चीनी ताले महंगे हो गए हैं और अमेरिकी बाजार में भारतीय ताले सस्ते और पसंदीदा विकल्प बनते जा रहे हैं. अलीगढ़ के ताला कारोबारियों के लिए यह एक बड़ा मौका है, जिसे भुनाने के लिए योगी सरकार भी सक्रिय है.अलीगढ़ का ताला उद्योग पहले ही ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना के तहत विशेष पहचान पा चुका है. सरकार उद्यमियों को रियायतें, ट्रेनिंग और मार्केटिंग में मदद दे रही है. अलीगढ़ की प्रमुख ताला कंपनी ‘लिंक लॉक्स’ ने हाल ही में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे स्थानीय रोजगार और उत्पादन क्षमता में तेजी आई है.इतना ही नहीं, यूपी में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर ने भी अलीगढ़ को औद्योगिक विकास का नया रास्ता दिखाया है. डिफेंस कॉरिडोर में 3,300 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आ चुका है, जिसमें अलीगढ़ का भी अहम योगदान है. इससे ताला और हार्डवेयर उद्योग को तकनीकी तौर पर भी और मजबूती मिल रही है.अलीगढ़ भारत में ताला निर्माण का सबसे पुराना और प्रमुख केंद्र है. यहां की पहचान “तालों का शहर” के तौर पर होती है. 19वीं सदी से यहां पर ताले बन रहे हैं और यह उद्योग हजारों लोगों की आजीविका का जरिया बना हुआ है. अब जब वैश्विक बाजार में चीन के विकल्प की तलाश हो रही है, अलीगढ़ के पास खुद को दुनिया के ताला हब के तौर पर स्थापित करने का सुनहरा मौका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार इस अवसर को दोनों हाथों से थामने की तैयारी कर चुकी है.

JNS News 24

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