आलू ₹35 किलो तक के दाम को छू गया है. फरवरी के महीने में यही आलू 12 रुपये प्रति किलोग्राम था
अब अप्रैल में 35 रुपये प्रति किलोग्राम तक इसकी कीमत हो चुकी है. आखिर क्या है आलू के दामों में इतनी बढ़ोतरी का कारण.
देश में किसी भी चीज की महंगाई बढ़े उसकी मार आम आदमी को ही जल्दी पड़ती है. आलू भारत में खाई जाने वाली सबसे ज्यादा सब्जियों में शामिल होता है. एक तरह से कहें तो यह ऑलराउंडर होता है. कई कामों में इसका इस्तेमाल होता है. लेकिन इन दोनों आलू की कीमत काफी बढ़ी है. आलू ₹35 किलो तक के दाम को छू गया है. फरवरी के महीने में यही आलू 12 रुपये प्रति किलोग्राम था. तो वहीं अब अप्रैल में 35 रुपये प्रति किलोग्राम तक इसकी कीमत हो चुकी है. आखिर क्या है आलू के दामों में इतनी बढ़ोतरी का कारण. चलिए जानते हैं.
2 महीने में दोगुने से भी ज्यादा दाम बढ़े
बाजार में कोई एक चीज सस्ती होती है. तो वहीं दूसरी चीज के दाम आसमान छू जाते हैं. जहां प्याज के दाम बढ़ रहे थे. तो वहीं अब आलू के दामों ने लोगों के कामों को बिगाड़ दिया है. आलू भारत में सबसे ज्यादा खाई जाने वाली सब्जी है. इसकी बढ़ती कीमतों है आम आदमी के बजट को हिला कर रख दिया है. फिलहाल आलू की कीमतों की बात की जाए तो यह 35 रुपये प्रति किलो ग्राम तक है. जबकि फरवरी के महीने में यह 12 रुपये प्रति किलो ग्राम थीं. पिछले दो महीनों में देखा जाए तो दो गुने से भी ज्यादा दाम बड़े हैं. ऐसे में आम जनता आलू की जगह किचन के लिए दूसरे विकल्प तलाश रही है.
क्यों बढ़ रहे हैं आलू के दाम?
अचानक से आलू भी बढ़ती हुई कीमतों को लेकर सभी परेशान है. खास तौर पर आम जनता इससे ज्यादा प्रभावित हो रही है. आलू की बढ़ती कीमतों को लेकर मंडी व्यापारियों का कहना है कि बे मौसम बारिश ने आलू की बहुत सी फसलें खराब कर दी हैं.ऐसे में आलू की डिमांड ज्यादा है लेकिन आवक कम है. इसलिए दाम बढ़ रहे हैं. और वही लोगों को अच्छी क्वालिटी वाला आलू चाहिए जो कि इस समय बेहद कम मात्रा में मौजूद है. इसलिए जो स्टॉक मौजूद है उसके दाम काफी ज्यादा हो चुके हैं.