अलीगढ़ नगर निगम के जलकल विभाग के अधिकारियों की नाकामी से शहर की जनता बूंद-बूंद पानी को तरस रही है। विभाग ने चार माह पहले 60 फूंके हुए मोटर रिपेयरिंग के लिए मथुरा से लेकर जालंधर तक भेजे, मगर एक भी मोटर अब तक बन कर वापस नहीं आया है। इधर, 10 मोटर और खराब हो गए हैं। 70 मोटर खराब होने से शहर में लगातार पानी की समस्या बनी हुई हैं।शहर में लगे नगर निगम के ट्यूबवेलों पर लगे मोटर फूंकने का सिलसिला लगातार चल रहा है। एक-एक मोटर की रिपेयरिंग पर एक-एक लाख रुपये तक खर्च हो चुके हैं, मगर वो सही नहीं हो पा रहे हैं। वाटरवर्क्स से करीब 70 फूंके हुए मोटर चार माह पहले मथुरा, जालंधर और अलीगढ़ में बनाने के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 60 मोटर तो चार माह से बनकर ही नहीं आ सके। 10 मोटर दो दिन पहले ही रिपेयरिंग के लिए मथुरा भेजे गए हैं।गौर हो कि अभी पानी की मांग कम है, तब इतने मोटर फुंक रहे हैं, भीषण गर्मी में क्या होगा। मेयर प्रशांत सिंघल ने वाटर वर्क्स के निरीक्षण में यहीं सवाल उठाया, जिसका अधिकारी जवाब नहीं दे सके। मेयर ने रिपेयर होकर आए एक मोटर को जांच के लिए भेजा है। यह भी कहा कि अगर इसमें कोई कमी मिली तो संबंधित अफसर पर कार्रवाई होगी। उन्होंने सालों से बंद स्टोर रूम का ताला खुलवाया। मोबाइल की टार्च जला कर देखा तो वहां फाइलों का ढेर लगा था। अधिकतर फाइलें रद्दी होने के कगार पर थी। इसके अलावा कई उपकरण पड़े थे, जो जंग खा रहे थे। इनकी भी पड़ताल कराई जा रही है।