अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ रखने का प्रस्ताव नगर निगम की बोर्ड में रखा गया
बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी पार्षदों ने भाजपा के प्रस्ताव का खूब विरोध किया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का नाम बदला जाएगा
अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ रखने का प्रस्ताव नगर निगम की बोर्ड में रखा गया। बैठक में भारी हंगामा के बीच प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई। बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी पार्षदों ने भाजपा के प्रस्ताव का खूब विरोध किया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का नाम बदला जाएगा।अलीगढ़ नगर निगम बोर्ड की बैठक में भारतीय जनता पार्टी पार्षद संजय पंडित ने अलीगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा।
प्रस्ताव में उन्होंने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिहरगढ़ रखने की मांग की। बैठक में प्रस्ताव आते ही विपक्षी पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा के नाम में बदलाव के एजेंडे को लेकर जमकर बवाल हुआ। हालांकि, भाजपा पार्षदों के बहुमत वाली नगर निगम बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। अब नगर निगम बोर्ड से पास प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा जाएगा। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद अलीगढ़ शहर और जिला नए नाम से जाना जाने लगेगा। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अलीगढ़ का नाम बदलने के प्रस्ताव को पास किए जाने को लेकर अब राजनीतिक चर्चा भी गरमाने की उम्मीद की जा रही है। अलीगगढ़ नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक करीब 11 घंटे तक चली नगर निगम की कार्यप्रणाली से गुस्साए पार्षदों ने जमकर हंमामा किया। पार्षदों के सवालों का जवाब अधिकारी नहीं दे पाए। जलकल, विज्ञापन, रोड लाइट, स्वास्थ्य, निर्माण और उद्यान विभाग में अनियमितता व्यवस्था होते हैं। नगर आयुक्त की ओर से बैठक में होर्डिंग और जलकल विभाग में अनियमितता के लिए जांच कमिटी गठित करने का निर्देश दिया। इस कमिटी में पार्षदों को भी शामिल होंगे। बैठक की अध्यक्षता मेयर प्रशांत सिंघल ने की। इसमें नगर आयुक्त अमित आसेरी, अपर नगर आयुक्त रितु पुनिया एवं राकेश कुमार यादव और सीटीओ अशोक सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।