भारतीयों की रिहाई और सुरक्षित घर वापसी भारत की बड़ी सामरिक और कूटनीतिक जीत
आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है.’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘रिहा किए गए आठ भारतीयों में से सात भारत लौट आए
कतर की एक जेल में बंद आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को रिहा कर दिया गया है, जिनमें से सात भारत लौट आए हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारत इस फैसले का स्वागत करता है. वहीं कतर से पूर्व भारतीय नौसैनिकों को रिहा पूर कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की प्रतिक्रिया आई है.राजा भैया ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर रिएक्शन देते हुए लिखा, ‘क़तर में मृत्युदंड पाने वाले आठ भारतीयों की रिहाई और सुरक्षित घर वापसी भारत की बड़ी सामरिक और कूटनीतिक जीत है. बदले सशक्त भारत की बुलन्द तस्वीर. पुरानी सरकारों में क्या ये सम्भव हो पाता?’
कतर के अमीर के फैसले की सराहना
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत सरकार कतर में हिरासत में लिए गए दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है.’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘रिहा किए गए आठ भारतीयों में से सात भारत लौट आए हैं. हम इन नागरिकों की रिहाई और घर वापसी के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करते हैं.’कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए यहां खड़ा रहना संभव नहीं था, यह भारत सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण हुआ.” कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा, “हमने भारत वापस आने के लिए लगभग 18 महीने तक इंतजार किया. हम प्रधानमंत्री के बेहद आभारी हैं. यह उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं होता. हम भारत सरकार द्वारा किए गए हर प्रयास के लिए तहे दिल से आभारी हैं, उन प्रयासों के बिना यह दिन संभव नहीं होता.”इससे पहले, कतर और भारत के बीच राजनयिक वार्ता के बाद जेल में बंद भारतीय नौसेना के कर्मियों की मौत की सजा को कारावास में बदल दिया गया था. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कतर में कैद आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों में से सात भारत लौट आए हैं. अंतिम रिहा किए गए कर्मी को घर लाने की व्यवस्था की जा रही है.