जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष निर्वाण कल्याणक महोत्सव मनाया।
जैन धर्म के 23वें तीर्थकर श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक गुरुवार को बड़े ही धूमधाम से धार्मिक आयोजन के साथ मनाया गया

जैन धर्म के 23वें तीर्थकर श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक गुरुवार को बड़े ही धूमधाम से धार्मिक आयोजन के साथ मनाया गया। दिनाँक 31 जुलाई गुरुवार को जैन धर्म के तेईसवें तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान का निर्वाण (मोक्ष) दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास एवम भक्ति भाव के साथ मनाया गया । इस अवसर शहर के सभी जैन मन्दिरों में प्रातः काल में कलाशाभिषेक के साथ विशेष पूजन विधान का आयोजन किया गया एवं सामूहिक निर्वाण काण्ड का उच्चारण करके निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। श्री दिगम्बर जैन महासमिति अलीगढ़ नगर के तत्वावधान में खिरनी गेट , आगरा रोड पर अन्नपूर्णा भोजन (थाली) का वितरण राहगीरों को किया गया। जिसका राहगीरों भर पेट भोजन प्राप्त कर लाभ लिया। शाम को मंदिरों में विशेष आरती भजन संध्या का आयोजन भी किया गया।प्रांतीय महामंत्री राजीव जैन ने बताया कि
भगवान पार्श्वनाथ श्रावण शुक्ला सप्तमी के दिन श्री सम्मेद शिखर जी से पार्श्वनाथ पर्वत के स्वर्णभद्र कूट से मोक्ष गए थे भारतवर्ष से श्रद्धालु इस दिन विशेष पूजा अर्चना के लिए श्री सम्मेद शिखर जी जाते है जो झारखण्ड प्रान्त के गिरीडीह जिला में स्थित हैं। पार्श्वनाथ भगवान की जीवन गाथा तथा उनके उपसर्गों की कथा में वर्णित है कि कुछ लोग इस पृथ्वी पर ऐसे आते हैं जो हजारों वर्षों तक अजर-अमर हो जाते है । भगवान पारसनाथ ऐसे थे जिन्होंने समता की सभी सीमाओं को पार कर दिया था एक-भव नहीं दस-दस भव तक जिन्होंने उपसर्गों को सहन किया । पारसनाथ भगवान की आराधना करने वाला एक दिन स्वयं उनके जैसा बन जाता है । लोहे से पारसमणि बन जाता है । हम भगवान पारसनाथ की पूजा करते हुये कहते हैं संघर्षों में उपसर्गो में , तुमने समता का भाव धरा । भगवान पार्श्वनाथ से हमें समता धारण करने की ,क्षमा भाव को धारण करने की शिक्षा लेनी चाहिये , यदि हमसे कोई दो बातें कह देता है तो हम क्रोध से भर जाते हैं । और जीवन भर के लिये उससे बैर धारण करने को तैयार हो जाते हैं ।भगवान पार्श्वनाथ ने उपसर्ग सहन करते हुये केवलज्ञान प्राप्त कर लिया । इस मौके समिति के प्रांतीय संयोजक मुनेश जैन ,नगर अध्यक्ष सुनील जैन,मंत्री यतीश जैन, कोषाध्यक्ष प्रवीण जैन,संयोजक प्रशांत जैन,नीरज जैन,सुरजीत जैन ,राजीव जैन शास्त्री,विनय जैन ,सुनील जैन,पवन जैन,कुणाल जैन,राहुल जैन ,संजय जैन,राजा जैन के साथ महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय महामंत्री पूर्वी जैन,सीमा जैन ,मधु जैन,नीता ,ऋतु जैन,पूनम जैन, नीलमा जैन आदि उपस्थित रही।