(सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार को संदिग्ध हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने जब पुलिस को सूचना दी तो स्थानीय चौकी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो कोतवाली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इलाके को सील कर दिया। आसपास का इलाका खाली कराया गया। मौके पर फॉरेंसिक टीम के साथ ही लखनऊ से बम निरोधक दस्ता पहुंचा।भटपुरवा गांव के समीप जंगल में प्रमोद सिंह का एक ट्यूबवेल बना है। जहां शुक्रवार सुबह एक हैंडग्रेनेड पड़ा मिला। इसको सबसे पहले ग्रामीण अवधेश ने देखा। ग्रेनेड पर काफी मिट्टी लगी हुई थी। पता चला कि उसकी पिन अभी भी लगी हुई है। पिन को किसी ने निकाला नहीं है। अगर यह दग जाता तो काफी बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दे दी थी। इसके बाद भी स्थानीय पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई।
गौरतलब है कि गांव से 12 किलोमीटर पर ही मिश्रिख का दधीचिकुंड है। यहां हर साल 84 कोसी परिक्रमा होती है। इसी तहसील में नैमिषारण्य भी कुछ ही दूरी पर स्थित है। जिस पर प्रदेश सरकार का मुख्य फोकस है। अक्सर यहां सीएम, डिप्टी सीएम का आना-जाना लगा रहता है। राममंदिर स्थापना से पहले यहां हैंडग्रेनेड मिलने से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। अब तक पुलिस इस बात का पता नहीं लगा सकी है कि यह ग्रेनेड कहां से आया। एएसपी उत्तरी प्रकाश कुमार ने बताया कि मौके पर दमकल विभाग के साथ बम निरोधक दस्ते की टीम भी पहुंच गई। आमतौर पर ऐसा ग्रेनेड पुलिस महकमे के पास नहीं पाया जाता है। मामले की जांच की जा रही है।