यह साल निवेशकों के लिए शानदार गुजर रहा है. शेयर बाजार से लेकर बिटकॉइन और सोना-चांदी जैसी महंगी धातुओं तक, चारों ओर ताबड़तोड़ रिकॉर्ड बन रहे हैं.
शुक्रवार को चांदी का भाव 90,391 रुपये प्रति किलोग्राम पर रहा. सिर्फ मई महीने में सोने की कीमतों में अब तक 9,580 रुपये प्रति किलो यानी 11.29 फीसदी की तेजी आई
यह साल निवेशकों के लिए शानदार गुजर रहा है. शेयर बाजार से लेकर बिटकॉइन और सोना-चांदी जैसी महंगी धातुओं तक, चारों ओर ताबड़तोड़ रिकॉर्ड बन रहे हैं. हर तरह आई रैली में निवेशक खूब पैसे बना रहे हैं. इस चौतरफा रैली के बीच चांदी ने ऐसी चमक बिखेर दी है कि उसके आगे सोना, शेयर, बिटकॉइन सब फीके नजर आने लगे हैं.मई महीने के दौरान चांदी ने जबरदस्त छलांग लगाई है. बीते शुक्रवार को तो चांदी ने नया रिकॉर्ड बना दिया और इतिहास में पहली बार इसकी कीमतें 90 हजार रुपये के पार निकल गईं. शुक्रवार को चांदी का भाव 90,391 रुपये प्रति किलोग्राम पर रहा. सिर्फ मई महीने में सोने की कीमतों में अब तक 9,580 रुपये प्रति किलो यानी 11.29 फीसदी की तेजी आई है. यह कई अन्य प्रमुख एसेट क्लास की तुलना में ज्यादा है.उदाहरण के लिए- मई महीने में अब तक सोना 3,135 रुपये प्रति 10 ग्राम यानी 4.45 फीसदी मजबूत हुआ है. वहीं प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमतों में इस दौरान 2,605 डॉलर यानी 4 फीसदी की तेजी आई है. शेयर बाजार के लिए यह महीना अब तक कोई खास नहीं रहा है और उसे नुकसान ही उठाना पड़ा है. बीएसई सेंसेक्स ने महीने की शुरुआत 74,482.78 अंक के साथ की और शनिवार को यह 74,005.94 अंक पर बंद हुआ.इस कारण कीमती धातुओं को फायदाचांदी की कीमतों में इस साल की शुरुआत से ही तेजी देखी जा रही है. पश्चिम एशिया में युद्ध की स्थिति बनने के बाद बढ़े भू-राजनीतिक तनाव के माहौल में दुनिया भर के निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में कीमती धातुओं का रुख कर रहे थे, जिससे सोना और चांदी दोनों को फायदा हो रहा था. इस साल का हिसाब देखें तो चांदी की कीमतों में अब तक 16 हजार रुपये किलो यानी 21 फीसदी तक की तेजी आ चुकी है.
लाख रुपये के पार निकल सकती है चांदी
शुरुआत में सोने के भाव की तेजी चांदी की तुलना में ज्यादा थी, लेकिन अब चांदी ने सोने को मात दे दी है. इसका कारण है कि भू-राजनीतिक तनावों के चलते आई सेफ हीवन डिमांड नरम पड़ी है. डिमांड में इस कमी से भाव पर भी असर हुआ है. इससे सोना तो प्रभावित हुआ है, लेकिन चांदी पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, क्योंकि उसे इंडस्ट्रियल डिमांड से सपोर्ट मिल रहा है. यही कारण है कि चांदी की कीमतों में 2024 में अब तक जो 16 हजार रुपये की तेजी आई है, उसमें से लगभग 60 फीसदी का योगदान अकेले मई महीने में आया है. एनालिस्ट अनुमान जता रहे हैं कि इस साल चांदी की कीमतें लाख रुपये के स्तर को पार करने में कामयाब हो सकती हैं.