मोबाइल नंबर पर रिचार्ज कराने के लिए दुकानदार के पास जाना पड़ता था, लेकिन अब लोग खुद ही अपना मोबाइल नंबर रिचार्ज कर लेते हैं
कुछ डेबिट या क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज करते है और कुछ इंसान UPI प्लेटफॉर्म से रिचार्ज कर लेते हैं.
पहले ऐसा होता था कि लोगों को मोबाइल नंबर पर रिचार्ज कराने के लिए दुकानदार के पास जाना पड़ता था, लेकिन अब लोग खुद ही अपना मोबाइल नंबर रिचार्ज कर लेते हैं. कुछ डेबिट या क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज करते है और कुछ इंसान UPI प्लेटफॉर्म से रिचार्ज कर लेते हैं. आप भी अमूमन रिचार्ज के लिए अलग-अलग ऐप्स का इस्तेमाल करते होंगे. कई बार जल्दबाजी में एक मोबाइल नंबर पर दो बार रिचार्ज कर देते हैं. इस स्थिति में क्या किया जा सकता है, हम आपको बताते हैं. यदि रिचार्ज छोटा हो तो अक्सर लोग इसे इग्नोर कर देते हैं लेकिन अगर बड़े अमाउंट का रिचार्ज हो तो इसे इग्नोर नहीं किया जा सकता. ऐसा होता है कि दो बार रिचार्ज होने की स्थिति में कंपनियां फोन में एक के बाद दूसरा रिचार्ज एक्टिव कर देती हैं. उदाहरण के तौर पर हम आपको बताते हैं कि अगर कोई एक रिचार्ज 28 दिन का है तो उसके खत्म होने के बाद दूसरा रिचार्ज खुद एक्टिवेट हो जाएगा. इसके लिए आपको कस्टमर केयर से भी बात करनी होती है और रिफंड के लिए कहना होता है.
गलत नंबर पर रिचार्ज होने पर क्या करें? अक्सर ऐसा भी होता है कि जल्दबाजी में हम सही नंबर की बजाय गलत नंबर पर रिचार्ज कर देते हैं. अगर आपने गलती से या जल्दबाजी में गलत नंबर पर रिचार्ज कर दिया है तो फौरन जिस भी टेलीकॉम ऑपरेटर का सिम कार्ड आप यूज करते हैं उसके कस्टमर केयर पर कॉल करें और उन्हें सभी जानकारी बताएं. इसमें आपको कई डिटेल्स शेयर करनी होती है जैेसे कि रिचार्ज कितने अमाउंट का था, किस कंपनी के नंबर पर रिचार्ज किया गया है, किस ऐप के जरिए रिचार्ज किया गया है… इसके अलावा आप कंपनी को ईमेल के जरिए भी पूरा विवरण भेज सकते हैं ताकि आपका पैसा वापस आ सके. जब आप सारी डिटेल्स भेज देते हैं तो कंपनी बैक एंड पर इसकी जांच करती है और सही पाए जाने पर आपका पैसा वापस आ सकता है. ध्यान दें, जितनी जल्दी आप ये काम करेंगे पैसे वापस आने की संभावना उतनी बढ़ जाती है. कभी-कभार ऐसा भी होता है कि आपकी शिकायत पर टेलीकॉम कंपनी कोई एक्शन नहीं लेती है. ऐसे में आप ग्राहक सेवा पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा वॉट्सऐप के जरिए भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं और ग्राहक सेवा पोर्टल का ऐप डाउनलोड कर वहा भी कंप्लेंट फाइल की जा सकती है.