अमेरिकी निर्यात वस्तुओं का विरोध करेगा व्यापारी
अमेरिकी टेरिफ वढाऐं जाने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा असर --प्रदीप गंगा

उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उ प्र अलीगढ़ की एक आवश्यक बैठक मनकामेश्वर सेवा सदन खेर रोड पर आहूत की गई जिसमें
हाल ही में, अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर जबरदस्त टैरिफ (आयात शुल्क) लगाए जाने के विरोध में उद्योग व्यापार प्रीतिनिधि मंडल उ प्र प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष व ज़िलाध्यक्ष प्रदीप गंगा महानगर अध्यक्ष आलोक प्रताप सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विरोध किया । जिलाध्यक्ष प्रदीप गंगा ने कहा इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। इन टैरिफ से भारत के निर्यात पर सीधा असर होगा, जिससे कई उद्योगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है और देश की आर्थिक विकास दर भी प्रभावित हो सकती है।
अमरीका द्वारा टैरिफ लगाये जाने से
भारतीय निर्यात पर सीधा प्रभाव पड़ेगा
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। वहाँ भारतीय वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगने से ये वस्तुएँ अमेरिका के बाजार में महंगी हो जाएंगी। इससे अमेरिकी उपभोक्ता कम टैरिफ वाले या बिना टैरिफ वाले दूसरे देशों के उत्पादों को खरीदना पसंद करेंगे, जिससे भारतीय वस्तुओं की माँग में भारी कमी आएगी।
महानगर अध्यक्ष आलोक प्रताप सिंह युवा महानगर अध्यक्ष कमल गुप्ता वावा ने कहा कि इन टैरिफ के कारण अमेरिका को होने वाले भारत के निर्यात में 40-60% तक की कमी आ सकती है। इससे भारत का कुल निर्यात राजस्व बुरी तरह प्रभावित होगा।
इससे छोटे एवम मध्यम वर्गीय विशेष रूप से श्रम-प्रधान क्षेत्रों जैसे कि कपड़ा, रत्न और आभूषण, चमड़ा, जूते, समुद्री खाद्य और हस्तशिल्प पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। ये उद्योग लाखों लोगों को रोजगार देते हैं, और निर्यात में कमी से इन क्षेत्रों में छंटनी और बेरोजगारी बढ़ सकती है।
आर्थिक विकास और रोजगार पर असर होगा
युवा ज़िला अध्यक्ष सन्तोष वार्ष्णेय ने
कहा इन टैरिफ का असर सिर्फ निर्यात तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा
प्रदेश संगठन मंत्री हरिकिशन अग्रवाल ने टैरिफ का विरोध करते हुए कहा कि टैरिफ के कारण भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर में 0.2 से 1% तक की गिरावट आ सकती है।
ये टैरिफ विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए बड़ा झटका होंगे। कम मार्जिन और सीमित संसाधनों के कारण, ये कंपनियाँ टैरिफ की मार को झेल नहीं पाएंगी और कई बंद होने के कगार पर पहुँच जाएँगे
ने कहा निर्यात में कमी से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बढ़ेगा, जिससे रुपये की कीमत पर असर पड़ सकता है।अमेरिकी खरीदार भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से मुँह मोड़कर दूसरे देशों की तरफ जा सकते हैं, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति कमजोर हो सकती है।
अमेरिका द्वारा लगाए गए ये टैरिफ भारत के लिए एक बड़ी चुनौती हैं। इससे निर्यात, जीडीपी विकास और रोजगार पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है ।
कार्यक्रम मे प्रदेश मंत्री संजीव अग्रवाल, प्रदेश वरिष्ठ मंत्री प्रमोद कुमार सिंह,जिला महामंत्री राकेश लीडर, अनिल वसंल,प्रदेश महिला उपाध्यक्ष संगीता वार्ष्णेय, युवा प्रदेश मंत्री योगेश सरकार,प्रदेश मंत्री शर्मिला वार्ष्णेय प्रदेश वरिष्ठ मंत्री उधोग मंच अरुन गोयल, युवा जिला चैयरमैन मुनेश पाल सिंह,नगर अध्यक्ष रंजना वार्ष्णेय महानगर राहुल कनक अध्यक्ष उधोग मंच,महामंत्री कौशल सिंह, अमित सारस्वत, सुमित एडमिन, उमेश गौड़, रवीन्द्र जोशी, वीरेंद्र गुप्ता, गुरु सरन भैय्याजी, अंकित अग्रवाल,रवि वार्ष्णेय, गोपाल राजपूत अजय शर्मा, कुलदीप सिंह टीटू, विनोद माहौर पार्षद, मनीष नीलगिरी आदि थें।