खराब आर्थिक हालत और बढ़ते कर्ज से परेशान पाकिस्तान में अब नेताओं के सुर भी बदलने लगे
पाकिस्तान के शीर्ष नेता और जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने कहा, भारत महाशक्ति बनने की राह पर
खराब आर्थिक हालत और बढ़ते कर्ज से परेशान पाकिस्तान में अब नेताओं के सुर भी बदलने लगे हैं. वहां के नेता सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर इस हालत का जिम्मेदार कौन है? पाकिस्तान के शीर्ष नेता और जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने कहा, भारत महाशक्ति बनने की राह पर है, हम दिवालियापन से बचने के लिए भीख मांग रहे हैं. मौलाना ने कहा, देश की दुर्दशा के लिए पर्दे के पीछे से फैसले लेने वाली अदृश्य ताकतें जिम्मेदार हैं, जिन्होंने जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को कठपुतली बना दिया है. यही ताकतें दीवारों के पीछे से हमें नियंत्रित करती हैं. संसद सदस्यों ने सिद्धांतों को त्याग दिया है और वे लोकतंत्र को बेचने में जुटे हैं। हम दिवालिया होते जा रहे हैं, इसका जिम्मेदार कौन है?
इन हालातों में देश प्रगति नहीं कर सकता
दअरसल, आम चुनाव के बाद मौलाना फजलुर रहमान नेशनल असेंबली के पहले सत्र को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने इसी दौरान ये सभी बातें कहीं. रहमान ने पूछा कि कब तक हम समझौता करते रहेंगे? कब तक हम सांसद चुने जाने के लिए बाहरी ताकतों से मदद मांगते रहेंगे. उन्होंने 2018 और 2024 के चुनावों में धांधली की निंदा की. उन्होंने सवाल किया कि इस सदन में बैठते समय हमारी अंतरात्मा कैसे साफ हो सकती है, क्योंकि हारने वाले और जीतने वाले दोनों संतुष्ट नहीं हैं. मौलाना ने कहा कि हमने अपने देश को ठहराव का शिकार बना दिया है, ऐसे देश प्रगति नहीं कर सकते.
पिछले हफ्ते भी भारत से दोस्ती करने का उठा था मुद्दा
पाकिस्तान की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को सुधारने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है, ऐसा पाकिस्तान के कुछ उद्योगपतियों का मानना है। पिछले हफ्ते पाकिस्तान में स्टॉक मार्केट के दिग्गज और कारोबारी आरीफ हबीब ने इस पर कहा, मैं चाहता हूं कि आप दोनों हाथ मिलाएं. अदियाला जेल में बंद एक व्यक्ति से भी संबंध ठीक करें, ताकि वह चीजों को सुधारे. अदियाला जेल से उनका संदर्भ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से था. जब आरिफ हबीब ने भारत से हाथ मिलाने का आग्रह किया तो उनके पीछे खड़े एक व्यक्ति ने भी सहमति में सिर हिलाया.