संयुक्त किसान मोर्चा, अलीगढ़एवं ग्रेटर अलीगढ़ योजना प्रभावित किसान मोर्चा
ग्रेटर अलीगढ़ योजना को जमीन नहीं देंगें किसान
ट्रेक्टरों से एडीए आफिस का घेराव, 600 से अधिक किसानों ने लिखित आपत्ति दर्ज करायी
प्रभावित किसानों को एसकेएम ने दिया समर्थन
अलीगढ़, 6 नवंबर। ग्रेटर अलीगढ़ योजना के प्रभावित गांवों के सैकड़ों किसानों ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह पार्क में संयुक्त किसान मोर्चा के धरने का समर्थन किया। साथ ही धरने के दौरान मुख्यमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी को सामूहिक आपत्ति पत्र सौंपा। लोधा क्षेत्र के मूसेपुर करीब जिरौली, जिरौली डोर, अटलपुर, अहमदाबाद, ल्हौसरा-विसावन, जतनपुर चिकावटी, रूस्तमपुर-अखन गांव के आठ सौ
अधिक किसानों की 335 हेक्टेयर जमीन लेने की योजना है। प्रभावित किसानों में एक बड़ी संख्या जमीन नहीं देना चाहते। ग्रेटर अलीगढ़ योजना प्रभावित किसान मोर्चा के बैनर तले आज 600 किसान आपत्ति दर्ज करायी।
तस्वीर महल पर धरने के बाद सभी किसान ट्रेक्टरों से रामघाट रोड स्थित एडीए कार्यालय पहुँचे। किसानों ने ट्रेक्टरों से एडीए प्रांगण का घेराव कर लिया। क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य प्रभारी शशिकान्त, जिलाध्यक्ष नगेन्द्र चौधरी, किसान सभा के इदरीश मोहम्मद, भाकियू अम्बावता के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह, बीएमकियू के अध्यक्ष अशोक प्रकाश, जय किसान आन्दोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष आत्मप्रकाश सिंह आदि कई किसान नेताओं के संयुक्त नेतृत्व में किसानों ने ग्रेटर अलीगढ़ को जमीन न देने का फैसला सुनाते हुए आपत्ति दर्ज करायी। प्रभावित किसानों के मोर्चा के अध्यक्ष मंडल में शामिल कृष्ण कान्त, सर्वेश ठाकुर, नरेन्द्र सिंह और शंकरपाल सिंह ने एडीए अभियंता को सभागार में लिखित असहमति पेश की। उनका कहना था कि खेती हमारी मां, आजीविका है और हम किसी भी कीमत में इसे नहीं देंगें। उन्होंने अपनी आपत्ति देते हुए कहा कि हमारी जमीनें बहुफसली और सिंचित है, अगर सरकार ऐसी जमीनों पर आवास बनाएगी, तो किसान फसल कहाँ बोयेगा।
जारीकर्ता
एसकेएम की ओर से शशिकान्त
प्रभावित किसान मोर्चा की ओर से कृष्णकान्त