उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक राज्य में बिजली कटौती न हो
सीएम ने कहा, "आपातकालीन स्वास्थ्य और ट्रॉमा सेवाएं बिना किसी रुकावट के जारी रहनी चाहिए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक राज्य में बिजली कटौती न हो. इस दौरान कई हिंदू त्योहार भी पड़ेंगे. मुख्यमंत्री ने संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों और पुलिस के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में एक बैठक में यह आदेश जारी किया.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “खुशी और उत्सव के इस दौर में 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए. पावर कॉरपोरेशन को इसके लिए आवश्यक तैयारियां करनी चाहिए.”
‘मिलावट के खिलाफ हो कार्रवाई’
सीएम ने कहा, “आपातकालीन स्वास्थ्य और ट्रॉमा सेवाएं बिना किसी रुकावट के जारी रहनी चाहिए. डॉक्टर सभी क्षेत्रों में आसानी से उपलब्ध होने चाहिए, चाहे वह गांव हों या शहर.” उन्होंने ने खाद्य पदार्थों में मिलावट के खतरे पर भी ध्यान दिया जो त्योहारों के समय काफी बढ़ जाता है.उन्होंने कहा, “आगामी त्यौहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा निरीक्षणों को तेज किया जाना चाहिए, लेकिन यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि निरीक्षण के बहाने किसी को परेशान न किया जाए.”
पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग को ग्रामीण मार्गों पर बसों की संख्या बढ़ाने का भी आदेश दिया. उन्होंने कहा, “खस्ता हालत बसों को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.” सीएम योगी ने सख्त कानून-व्यवस्था, निरंतर संवाद और समाज के सभी वर्गों से सहयोग पर जोर दिया और पुलिस को चौबीसों घंटे हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया.इस मौके पर सीएम योगी ने कहा, “चाहे रक्षाबंधन हो, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हो, दुर्गा पूजा हो, दशहरा हो, श्रावणी मेले हो या ईद, बकरीद, बारावफात और मुहर्रम जैसे त्योहार हो, हर उत्सव के दौरान सकारात्मक माहौल बना रहता है. मजबूत टीम वर्क और जन सहयोग की यह भावना हमेशा बनी रहनी चाहिए.”
‘सोशल मीडिया पर रखें नजर’
सीएम योगी ने कहा, “शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए.” उन्होंने सोशल मीडिया पर सतर्कता बढ़ाने के आदेश दिए और प्रत्येक जिले को इन मंचों पर लगातार निगरानी रखने के लिए एक टीम तैनात करने को कहा है.