लाइफस्टाइल
25 जनवरी को ही नेशनल टूरिज्म डे या विश्व पर्यटन दिवस क्यों मनाया जाता है
लाल किले का निर्माण 25 जनवरी 1639 में पूरा हुआ था
भारत में नेशनल टूरिज्म डे 25 जनवरी को मनाया जाता है इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश के पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है और पर्यटन को बढ़ावा देना है. अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है कि आखिर 25 जनवरी को ही नेशनल टूरिज्म डे या विश्व पर्यटन दिवस क्यों मनाया जाता है तो आपको बता दें कि, इस तारीख को लाल किले का निर्माण 25 जनवरी 1639 में पूरा हुआ था.इस दिन का चयन मुगल साम्राज्य के सम्राट शाहजहाँ के जन्मदिन के रूप में भी किया गया है, जो भारत में पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण हैं.
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास
देश में टूरिज्म डे मनाने की शुरुआत भारत की आजादी के अगले साल यानि 1948 से हो गई थी. पर्यटन के महत्व को समझते हुए आजाद भारत में इसे बढ़ावा देने की पहल स्वरूप पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया. समिति के गठन के तीन साल बाद 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की शुरुआत हुई. बाद में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी पर्यटन कार्यालय बनें. वर्ष 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की स्थापना हुई. नेशनल टूरिज्म डे का महत्व
देश में टूरिज्म डे मनाने की शुरुआत भारत की आजादी के अगले साल यानि 1948 से हो गई थी. पर्यटन के महत्व को समझते हुए आजाद भारत में इसे बढ़ावा देने की पहल स्वरूप पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया. समिति के गठन के तीन साल बाद 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की शुरुआत हुई. बाद में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी पर्यटन कार्यालय बनें. वर्ष 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की स्थापना हुई. नेशनल टूरिज्म डे का महत्व
नेशनल टूरिज्म डे का महत्व ये है कि यह देश के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा मंच प्रदान करता है.