जीमेल में आप सभी को कई तरह के प्रोमोशनल और सर्विस मेल आए दिन मिलते होंगे.
गूगल ऐसे ईमेल्स के लिए एक नया ऑप्शन ला रही है
गूगल जीमेल ऐप और वेब वर्जन में फालतू के ईमेल्स को अनसब्सक्राइब करना अब पहले से आसान बना रही है. अभी तक मोबाइल में अगर आपको इस तरह के मेल्स को अनसब्सक्राइब करना होता है तो आपको ‘अनसब्सक्राइब’ बटन पर क्लिक कर उस सेन्डर की वेबसाइट पर जाकर मेल्स को अनसब्सक्राइब करना पड़ता है. इसी तरह वेब वर्जन में भी फिलहाल ये ऑप्शन मेल्स के एकदम बॉटम में आता है. अब कंपनी इस पूरी प्रक्रिया को सरल बना रही है ताकि यूजर्स को परेशानी न हो.गूगल ‘रिपोर्ट स्पैम और अनसब्सक्राइब’ कैटेगरी को दो अलग-अलग ऑप्शन में बांट रही है. यानि आपको अब 2 ऑप्शन मिलेंगे, एक अनसब्सक्राइब का और दूसरा रिपोर्ट स्पैम का. गूगल वर्कस्पेस के माध्यम से कंपनी ने बताया कि गूगल यूजर्स की सुविधा के लिए फालतू मेल्स को अनसब्सक्राइब करने के तरीके को आसान बना रही है. साथ ही कंपनी ने ये भी बताया कि उसने पिछले साल बल्क ईमेल सेंडर्स के लिए नई गाइडलाइन जारी की है.
कंपनी ने कहा कि वह वेब पर थ्रेड सूची में होवर क्रियाओं के लिए अनसब्सक्राइब बटन को मूव कर रही है. जैसे ही कोई यूजर इस बटन पर क्लिक करेगा तो जीमेल एक HTTP रिक्वेस्ट या ईमेल सेन्डर को भेजेगी ताकि मेलिंग एड्रेस से यूजर की ईमेल आईडी को हटाया जा सके. इसके बाद उस सेन्डर से आपको भविष्य में कोई भी मेल्स प्राप्त नहीं होंगे. इसके साथ ही कंपनी एंड्रॉइड और iOS में अनसब्सक्राइब बटन को थ्री डॉट मेन्यू में शिफ्ट कर रही है ताकि ये और अच्छे से लोगों को दिखाई दे. 9टू5 गूगल की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे मेल सेंडर्स जो 5000 से ज्यादा मेल्स भेजते हैं उन्हें फरवरी 2024 से पहले मेल में वन-क्लिक अनसब्सक्राइब बटन जोड़ना होगा. ये बटन मेल्स में साफ़-साफ दिखना चाहिए, साथ ही कंपनियों को 2 दिन के भीतर मेल अनसब्सक्राइब रिक्वेस्ट को प्रोसेस करना होगा. कुल मिलकर अब यूजर्स एक क्लिक में प्रोमोशनल आदि मेल्स से छुटकारा पा सकेंगे.