जोमाटो (Zomato) की सब्सिडियरी ब्लिंकिट (Blinkit) जल्द से जल्द अपनी पैरेंट कंपनी को पीछे छोड़ना चाहती है.
कंपनी देश के 8 बड़े शहरों में मौजूद इन डार्क स्टोर (Dark Stores) के जरिए ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स तक पहुंचने की कोशिश करेगी
जोमाटो (Zomato) की सब्सिडियरी ब्लिंकिट (Blinkit) जल्द से जल्द अपनी पैरेंट कंपनी को पीछे छोड़ना चाहती है. इसके लिए ब्लिंकिट ने डार्क स्टोर पर फोकस करने की योजना तैयार की है. कंपनी देश के 8 बड़े शहरों में मौजूद इन डार्क स्टोर (Dark Stores) के जरिए ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स तक पहुंचने की कोशिश करेगी. क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट अगर अपनी योजना में सफल होती है तो उसकी ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू में लगभग 4 गुना का उछाल आ सकता है.
एक साल में 1000 डार्क स्टोर बनाना है लक्ष्य जोमाटो के अनुसार, ब्लिंकिट दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु जैसे टॉप 8 शहरों में अपना फोकस बढ़ाएगी. इनमें डार्क स्टोर अहम रोल निभाने वाले हैं. ब्लिंकिट ने जनवरी-मार्च तिमाही में 75 नए डार्क स्टोर खोले हैं. इनमें से 80 फीसदी इन्हीं बड़े शहरों में हैं. अब कंपनी के पास पूरे देश में 526 डार्क स्टोर हो गए हैं. आने वाले एक साल में कंपनी इन स्टोर्स की संख्या 1000 पर पहुंचाना चाहती है.
जानिए क्या होता है डार्क स्टोर
डार्क स्टोर एक ऐसा रिटेल या गोदाम होता है, जो सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है. कस्टमर्स इन स्टोर्स से सीधे खरीदारी नहीं कर सकते हैं. इन्हें बनाने के लिए पहले से मौजूद किसी रिटेल स्टोर का इस्तेमाल किया जाता है. इनमें कपड़ों की दुकान, घरेलू सामान और ग्रॉसरी स्टोर्स शामिल होते हैं. ये लगभग 2500 से 3000 स्क्वायर फीट में फैले होते हैं.
ब्लिंकिट की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू हुई दोगुनी
चौथी तिमाही में ब्लिंकिट की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू 4027 करोड़ रुपये रही है. सालाना आधार पर यह दोगुनी हो चुकी है. साथ ही तीसरी तिमाही के आधार पर इसमें 14 फीसदी का उछाल आया है. कंपनी ने कहा कि इन टॉप 8 शहरों के अलावा अन्य जगहों पर हम धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे. छोटे शहरों में मौजूद कंपनी के डार्क स्टोर भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल ही में जोमाटो के सीईओ दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने माना था कि आने वाले समय में ब्लिंकिट का कारोबार जोमाटो से भी बड़ा होगा. हालांकि, उन्होंने यह जानकारी देने से इंकार कर दिया था कि ऐसा कब होगा.