। यहां नहर से फसल की सिंचाई को लेकर चल रहे विवाद में सपा नेता को भाले से गोदकर मार डाला। उसके भतीजे को अधमरा कर दिया। पुलिस ने मामले में चार सगे भाइयों समेत दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।बंसी वाले बचाने नहीं आएंगे…अपनी बीबी से बोल देना चूड़ी- कंगन उतार कर रख दे… यह धमकी आरोपी नेत्रपाल ने मुस्तफाबाद निवासी रमेश यादव को हत्या से कुछ माह पहले दी थी।
आरोप है कि तत्कालीन उचौलिया थानाध्यक्ष ने उस वक्त कार्रवाई के बजाय पीड़ित को ही मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दी थी। ऊचौलिया थाने के गांव ढंढेल-मुस्तफाबाद निवासी समाजवादी युवजन सभा के विधानसभा क्षेत्र उपाध्यक्ष रमेश यादव की मंगलवार की रात करीब दो बजे लाठी-डंडों व धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। पड़ोसी गांव के हमलावरों ने उसके भतीजे शुभम पर भी हमला किया और मरा समझकर छोड़ गए। बुधवार की दोपहर पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतक के दूसरे भतीजे पवन ने बताया कि आरोपियों से चुनावी रंजिश थी। करीब छह माह पूर्व सिंचाई के पानी को लेकर भी विवाद हुआ था।शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की थी। विवाद के करीब 15 दिन बाद आरोपी नेत्रपाल ने फेसबुक पर रमेश को धमकी भरा संदेश भेजा था। पवन का कहना है कि धमकी मिलने के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी मगर तत्कालीन थानाध्यक्ष ने कार्रवाई के बजाय उसके चाचा को ही मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दे डाली।