वामा सारथी” के तत्वावधान में पुलिस लाइन में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप का किया आयोजन
पुलिस कर्मियों को एक्यू प्रेशर एवं फिजियोथैरेपी के महत्व के बारे मे बताया गया

हाथरस। रविवार 6 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस वामा सारथी वेलफेयर एसोसिएशन तत्वावधान में पुलिस लाइन स्थित मनोरंजन कक्ष में विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया । इस दौरान डॉक्टर राहुल जोशी फिजियोथैरेपिस्ट व डॉ0 पी के चौहान द्वारा पुलिस कर्मीयों व उनके परिवारिजनो को एक्यू प्रेशर एवं फिजियोथैरेपी के महत्व के बारे मे बताया गया व बीमार होने पर बिना दवाओं के स्वस्थ रहेने के बारे में विस्तार से बताया गया । उनके द्वारा बताया गया कि एक्यूप्रेशर में शरीर के विभिन्न हिस्सों पर दबाव डालकर बीमारी को ठीक करने की कोशिश की जाती है । एक्यूप्रेशर से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, जैसे कि दर्द में राहत, तनाव कम करना, और रक्त परिसंचरण में सुधार करना आदि । फिजियोथैरेपी के सम्बन्ध मे जानकारी देते हुए बताया कि यह एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो चोटों, बीमारियों या विकलांगताओं से प्रभावित व्यक्तियों में गतिशीलता और कार्य को बहाल करने पर केंद्रित है। यह दर्द से राहत, मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर की कार्यक्षमता में सुधार के लिए व्यायाम, मालिश और अन्य तकनीकों का उपयोग करती है । फिजियोथेरेपी से कई तरह की बीमारियों का इलाज करना संभव है। इनमें नस संबंधित, हृदय रोग संबंधित, बच्चों और बुजुर्गों की उम्र से संबंधित बीमारियां, दिमाग, तंत्र- तंत्रिकाओं, फेफड़ों से संबंधित समस्याओं का उपचार सफलतापूर्वक किया जा सकता है। फिजियोथैरेपी चिकित्सा बिना किसी दवा और इंजेक्शन से की जाती है। इस चिकित्सा पद्धति का मूल मंत्र शरीर की कार्य क्षमता को विकसित करना है। शारीरिक शक्ति, कार्य की गति और समग्र स्वास्थ्य को बहाल, रखरखाव और उस में निरंतर सुधार करना है। आज के आधुनिक परिवेश में जहां घंटों लगातार कुर्सी पर वक्त बिताने, गलत मुद्रा में बैठने तथा खेल के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव या चोट के लिए फिजियोथेरेपी की अनिवार्यता बढ़ गई है। इसके अलावा कई गंभीर बीमारियों का इलाज भी फिजियोथेरेपी के द्वारा किया जाता है।