अलीगढ़

नगर निगम की आय में ऐतिहासिक उछाल, सम्पत्ति कर वसूली में दर्ज की गई 36 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी

अलीगढ़ : अलीगढ़ नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में सम्पत्ति कर वसूली के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया

अलीगढ़ : अलीगढ़ नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में सम्पत्ति कर वसूली के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि इस वर्ष कुल 2,22,710 सम्पत्ति कर बिलों का वितरण सुनिश्चित किया गया, जिसके फलस्वरूप 88.80 करोड़ रूपयेकी वसूली की गई। यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की 65.22 करोड़ रूपये की तुलना में 23.58 करोड़ रूपये अधिक है, जो निगम की कार्यकुशलता, पारदर्शी व्यवस्था तथा नागरिक सहभागिता का प्रमाण है नगर आयुक्त ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रारम्भिक चरण में ही 37,950 बिलों का वितरण किया जा चुका है। अनेक भवन स्वामी स्वप्रेरणा से नगर निगम के कैश काउंटरों से बिल प्राप्त कर रहे हैं और समय से कर जमा कर रहे हैं, जो निगम की कर प्रणाली में नागरिकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। इस असाधारण सफलता के पीछे नगर निगम द्वारा अपनाई गई भविष्यद्रष्टा रणनीति एवं तकनीकी नवाचार का भी प्रमुख योगदान रहा है। विगत वर्षों में जीआईएस तकनीक से कराए गए व्यापक सर्वेक्षण के आधार पर सभी आवासीय व व्यावसायिक भवनों का वैज्ञानिक रूप से कर निर्धारण किया गया। साथ ही एकल विंडो प्रणाली के माध्यम से भवन स्वामियों को आपत्ति दर्ज कराने और उसके त्वरित निस्तारण की सुविधा प्रदान की गई उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 में सीमित वसूली कार्मिकों के बावजूद नगर निगम ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से जोनवार बिल वितरण कराकर दक्षता एवं समयबद्धता सुनिश्चित की। इसके परिणामस्वरूप न केवल किसी प्रकार की राजस्व क्षति रोकी जा सकी, बल्कि निगम की आय में अभूतपूर्व वृद्धि भी दर्ज की गई। नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि जीआईएस सर्वेक्षण में किसी भी सम्पत्ति को जानबूझकर छोड़ने या बिल वितरण में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं रखी गई  नगर निगम उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम, 1959 एवं सम्पत्ति कर नियमावली, 2000 के अंतर्गत प्रत्येक चार वर्षों में सामान्य कर निर्धारण की प्रक्रिया का अनुपालन करता है। साथ ही नव निर्मित भवनों का समय-समय पर सर्वेक्षण एवं करारोपण भी सुनिश्चित किया जाता है, जिससे स्थायी एवं सतत राजस्व वृद्धि संभव होती है। नगर निगम नागरिकों की निजता, सुविधा एवं सहभागिता को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और सेवा भावना के मूलमंत्र पर कार्यरत है। निगम शहरी ढाँचे को सशक्त, समावेशी और सतत विकास की दिशा में अग्रसर करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।

JNS News 24

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