मा0 कृषि मंत्री, मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त एवं मण्डलायुक्त ने गोष्ठी का किया शुभारम्भ
मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा ने अलीगढ़ मण्डल के लक्ष्य एवं प्रगति का पेश किया ब्यौरा
आगरा एवं अलीगढ़ मण्डल की संयुक्त खरीफ उत्पादकता गोष्ठी सम्पन्न
अलीगढ़ – मंडलीय खरीफ गोष्ठी में किसानों को आधुनिक खेती के बारे में जानकारी दी गई। गोष्ठी में किसानों द्वारा अपनी समस्याओं एवं अनुभव के आधार पर सुझावों को भी अधिकारियों के सम्मुख रखा गया।
मा0 कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश शासन श्री सूर्य प्रताप शाही जी की अध्यक्षता में आगरा में खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2023 का आयोजन किया गया। मा0 कृषि मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं। किसान बन्धुओं की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि किसान अपने उत्पादों को सीधे प्रोसेसिंग यूनिट को बेचते हैं तो उस पर मण्डी टैक्स नहीं लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज गोष्ठी में किसानों द्वारा जो सुझाव दिए गये हैं उनको लिपिबद्ध करते हुए विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष भर में शायद ही कोई महीना हो जब खेत खाली रहते हों, परंतु यदि किसान पारंपरिक खेती के स्थान पर कृषि विविधीकरण और वैज्ञानिक तौर तरीकों को अपनाएं तो कम लागत में अधिक फसलोत्पादन होगा और अवश्य ही आर्थिक तरक्की होगी। उन्होंने किसानों का आव्हान किया कि खेती में मृदा कार्बन का प्रतिशत बढ़ाए जाने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखें।
मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह द्वारा खरीफ गोष्ठी में किसानों को रासायनिक खेती के दुष्परिणामों के साथ जैविक एवं आधुनिक खेती के बारे में विस्तार से बड़ी ही आसान भाषा में समझाया गया। किसानों को बताया गया कि अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशक दवाओं के प्रयोग से एक तरफ जहां धरती बंजर हो रही है, वहीं पर कीटनाशक दवाएं जनसामान्य की सेहत पर बुरा असर डाल रहीं हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि आदमी की सेहत की जांच की जाने की भांति ही मिट्टी की सेहत की जांच अवश्य कराएं। गोष्ठी में जैविक खेती के बारे में बड़े विषय विशेषज्ञों द्वारा अच्छे से समझाया गया।
मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी- 2023 में मंडलायुक्त अलीगढ़ नवदीप रिणवा ने मंडल में की जा रही खेती और फसल उत्पादन के साथ किसानों की आय दोगुनी किए जाने के तौर तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। किसानों की समस्याएं, खेती किए जा रहे क्षेत्रफल, फसल उत्पादन, रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सिंचित क्षेत्र, खेती के बढ़े हुए रकबे के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि किसानों को मोटा अनाज उत्पादन के लिए गोष्ठी का आयोजन कर प्रेरित किया गया है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ खेती का हब बना हुआ है। अलीगढ़ में हर प्रकार की खेती होती है।
मण्डलायुक्त ने खरीफ-2023 की तैयारी एवं रणनीति के सम्बन्ध में बताया कि 2022 में मण्डल में 4.61 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 11.77 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था जिसके सापेक्ष खरीफ 2023 में 4.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 14.59 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने मण्डल में फसलवार क्षेत्रफल आच्छादन की जानकारी देते हुए बताया कि धान 144385 के सापेक्ष 132478, मक्का 77694 के सापेक्ष 89123, ज्वार 63 के सापेक्ष 76, बाजरा 213775 के सापेक्ष 237831, उर्द 2361 के सापेक्ष 3294, मूंग 1241 के सापेक्ष 1250, अरहर 19503 के सापेक्ष 27208, तिल 1229 के सापेक्ष 1622, मूंगफली 988 के सापेक्ष 1305 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोया जाएगा। इस प्रकर मण्डल में 461239 के सापेक्ष इस वर्ष 491157 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 29918 क्षेत्रफल की बढ़ोत्तरी करते हुए खरीफ की फसल की जाएगी। उन्होंने बताया कि मृृदा परीक्षण में खरीफ 2023 में 15300 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में कुल 44613 कुन्तल बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है जिसमें धान 25714 कुन्तल, मक्का 9716 कुनतल, बाजरा 7677 कुन्तल, उर्द 183 कुन्तल, मूंग 137 कुन्तल, अरहर 987 कुन्तल, मूंगफली 181 कुन्तल एवं तिल 18 कुन्तल वितरण का लक्ष्य शामिल है। उन्होंने खरीफ-2023 के लिए उर्वरकों के लक्ष्य एवं उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि यूरिया 179119 के सापेक्ष 124321 मीट्रिक टन, डीएपी 50267 के सापेक्ष 42848, एनपीके 1126 के सापेक्ष 1908, एमओपी 5058 के सापेक्ष 1815 एवं जिंक सल्फेट 286 मीट्रिक टन उपलब्ध है। उन्होंने फसली ऋण व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि खरीफ 2023 में 486566.23 लाख रूपये वितरण के लक्ष्य के सापेक्ष 21364.76 लाख का ऋण वितरित किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में 285868 किसान क्रेडिट कार्ड के लक्ष्य के सापेक्ष 26904 किसानों को लाभान्वित किया गया है। खेत तालाब योजना में विगत वर्ष 27 तालाबों का निर्माण कराया गया जबकि 2023 में 11 के सापेक्ष 05 तालाबों का निर्माण कराया गया है। पीएम कुसुम योजना में विगत वर्ष 258 किसानों को सोलर पम्प का लाभ दिया गया इस वर्ष 232 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विगत वर्ष मण्डल में 63 एफपीओ बनाए गये इस वर्ष 03 बनाए जाने हैं। उन्होंने विद्युत नलकूप एवं नहरों से सिंचाई व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि मण्डल में 1629 नलकूपों एवं 309 नहरों के माध्यम से सिंचाई की जा रही है। 189 नहरों में टेल तक पानी उपलब्ध है।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई प्रकार के अहम फैसले किए गए हैं। रासायनिक उर्वरकों के साथ कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है। जिला, तहसील, ब्लॉक और गांव गांव में किसान जागरूकता गोष्ठियों के माध्यम के किसानों को उत्तम खेती के प्रति जागरूक किया जा रहा है। हम छोटे-छोटे प्रयास कर कृषकों की आय को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। उन्होंने किसान भाइयों से आग्रह किया कि पारंपरिक खेती को छोड़ औद्यानिक खेती को अपनाएं। बदलते परिवेश में कृषि क्षेत्र में पढ़े लिखे और जागरूक युवा नकदी फसलें उगा कर उत्पादों को अच्छी दर पर बिक्री कर बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं।
इससे पूर्व मा0 कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, मण्डलायुक्त आगरा अमित कुमार एवं मण्डलायुक्त अलीगढ़ श्री नवदीप रिणवा ने आगरा एवं अलीगढ़ मण्डल की संयुक्त खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2023 एवं कृषक जागरूकता प्रदर्शनी का दीप प्रज्ज्वलन एवं फीता काटकर शुभारम्भ किया। मा0 मंत्री जी एवं अतिथियों द्वारा लगाए गये स्टॉल्स का अवलोकन भी किया गया। गोष्ठी में आगरा एवं अलीगढ़ मंडल के मंडलायुक्त, दोनों मंडल के जनपदों के जिला मजिस्ट्रेट, मुख्य विकास अधिकारी समेत मंडलीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।