अलीगढ़ उद्यान विभाग की योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने एवं लाभार्थीपरक योजनाओं के सफल संचालन के लिए सीडीओ आकांक्षा राना द्वारा विभिन्न स्थानों पर संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों के निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार कराए गये कार्यों का स्थलीय सत्यापन, निरीक्षण किया गया। शुक्रवार को सीडीओ ने पहले कृषि विज्ञान केन्द्र छेरत पर मनरेगा के तहत स्थापित कराई जा रही हाईटैक नर्सरी का निरीक्षण वैज्ञानिकों की उपस्थिति में किया। उन्होंने मौके पर देखा कि निर्माण कार्य में प्रयुक्त सामग्री अधोमानक प्रतीत हो रही है। जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रयोग में लायी जा रही समस्त सामग्रियां निर्धारित मानकों के अनुसार हैं अथवा नहीं के सम्बन्ध में जिलाधिकारी स्तर से गठित समिति द्वारा जांच कराना सुनिश्चित कराएं।
इसके बाद विकास खण्ड लोधा के ग्राम महारावल में कल्याण सिंह के प्रक्षेत्र पर पीडीएमसी योजनान्तर्गत 2.89 हैक्टेयर क्षेत्रफल में स्थापित मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम का निरीक्षण किया गया। सीडीओ ने सिस्टम को मौके पर चलवाकर भी देखा, जिसे देखकर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संतोष प्रकट किया गया। सम्बन्धित कृषक द्वारा बताया गया कि स्प्रिंकलर द्वारा फसलों की सिंचाई करने से पैदावार में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि, श्रम एवं समय की बचत होती है। जल के अपव्यय पर नियंत्रण के साथ अन्य बहुत लाभ हुआ है।
स्प्रिंकलर सिस्टम देखने के उपरांत सीडीओ ने विकास खण्ड चण्डौस के ग्राम वीरपुरा में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत मशरूम एवं पालक उत्पादन इकाई का निरीक्षण किया। कृषक द्वारा यूनिट के संचालन एवं उत्पादन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि इस यूनिट की स्थापना पर शासन द्वारा धनराशि 22.00 लाख का अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। इसके बाद ग्राम सरूआ में एनएचबी द्वारा अनुदानित एवं कृषक द्वारा स्थापित कराये गये नैट हाउस का स्थलीय निरीक्षण किया गया। नैट हाउस में खीरे का उत्पादन कराया जा रहा है। लाभार्थी कृषक ने अवगत कराया कि नैट हाउस की स्थापना कर उत्पादन लिए जाने से रुपया 8 से 9 लाख की बचत और 10 से 15 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है।
सीडीओ ने अंत में टप्पल स्थित हाईटैक पॉली हाउस का निरीक्षण किया। लाभार्थी कृषक अभिजात सक्सैना पुत्र अरूण सक्सैना के प्रक्षेत्र पर राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के अंतर्गत 2000 वर्ग मीटर से निर्मित पॉली हाउस में मौके पर सीडलेस खीरा, तुलसी एवं पालक का उत्पादन किया जा रहा है। कृषक ने पॉली हाउस के निर्माण से हुई फसलों की गुणवत्ता एवं उत्पादन में वृद्धि के फलस्वरूप आय में हुई वृद्धि के सम्बन्ध में अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान जिला उद्यान अधिकारी डा0 धीरेन्द्र सिंह समेत अन्य विभागीय कर्मचारीगण उपस्थित रहे।